पलामू पुलिस ने गैंगस्टर कुणाल सिंह हत्याकांड में राजू तिर्की को बनारस से गिरफ्तार कर लिया है। राजू तिर्की डॉन डब्ल्यू सिंह का राइट हैंड हैं। डब्ल्यू सिंह द्वारा प्लान किए गए आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में राजू तिर्की का अहम रोल रहता है। तीन जून 2020 को कुणाल सिंह की हत्या शहर थाना क्षेत्र के सुदना बिजली ग्रिड के पास की गई थी। गोली मारने के लिए हथियार राजू तिर्की ने ही अपराधियों को मुहैया कराया था।
एसपी चन्दन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस को राजू तिर्की के बनारस में होने की सूचना मिली थी। सदर एसडीपीओ के विजय शंकर बनारस पहुंचे और बुधवार की रात एक होटल के कमरे से राजू को गिरफ्त में ले लिया गया। होटल में वह प्रमोद उरांव के नाम पर ठहरा हुआ था। प्रमोद उरांव के नाम का आधार कार्ड राजू तिर्की के पास से बरामद हुआ है। राजू का प्लान बनारस से पटना जाने का था। पटना का रेल टिकट पुलिस को उसके पास से मिला है। डब्ल्यू सिंह गैंग का राजू तिर्की मजबूत कड़ी है। इसके पास आपराधिक छवि वाले युवाओं की बड़ी संख्या है। कुणाल सिंह हत्याकांड में राजू नामजद नामजद अभियुक्त है। एसपी ने बताया कि कुणाल हत्याकांड में शहर के एक सफेद पोश शख्स का भी नाम है, जिसने घटना को अंजाम देने के लिए डब्ल्यू सिंह के इशारे पर आपराधिक तत्वों को 15 लाख रुपए उपलब्ध कराए थे।
डब्ल्यू सिंह नहीं हुआ है गिरफ्तार
पिछले तीन दिनों से डब्ल्यू सिंह के गिरफ्तारी की खबर लोगों की जुबान पर है। रांची के मोहराबादी इलाके से AK-47 के साथ एटीएस द्वारा डब्ल्यू सिंह को गिरफ्तार किये जाने की चर्चा 11 अक्टूबर की रात से हो रही है। जबकि पुलिस की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की जा रही है। गिरफ्तार राजू तिर्की की मानें तो डब्ल्यू सिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। हालांकि पुलिस को उसने यह नहीं बताया है कि डब्ल्यू सिंह कहां छिपा है।
राजू तिर्की पर है एक दर्जन से अधिक मामला
राजू तिर्की सदर थाना क्षेत्र के बहलोलवा का रहने वाला है। उस पर हत्या, रंगदारी जैसे एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। हत्या, स्टैंड में रंगदारी वसूली और जमीन- मकान कब्जा करने के मामले में इसकी भूमिका रही है।
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