झारखंड के साहिबगंज जिले में अवैध लकड़ी की तस्करी रोकने गए वन कर्मियों पर जानलेवा हमला हुआ है। इसमें 5 वन रक्षक घायल हो गए। माफिया अवैध लकड़ियों से लदा वाहन छुड़ा कर ले गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद DFO मनीष तिवारी ने खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। हमले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरा मशीन को सील कर दिया गया है।
वन विभाग की ओर से सोमवार को दी गई आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि DFO मनीष तिवारी को गुप्त सूचना मिली थी कि तालझारी थाना क्षेत्र के करणपुरातो स्थित कल्लदी भिट्ठा बेड़ा पहाड़ के रास्ते अवैध तरीके से लकड़ियों से भरा वाहन निकाला जा रहा है। सूचना के बाद रविवार की देररात उन्होंने इलाके में पदस्थापित वन रक्षकों को मौके पर भेजा। वन रक्षकों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर वाहन को जब्त कर लिया गया। इसे लेकर वह वन विभाग के कार्यालय लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में 15 से 20 की संख्या में लकड़ी तस्करों ने इन पर हमला कर दिया।
कार्रवाई करने गए 5 वन कर्मचारियों को बुरी तरह पीटा गया। यह सभी बेहोश हो गए। इसके बाद लकड़ी तस्कर वाहन छुड़ा कर अपने साथ लेकर चले गए। वारदात की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया गया। इसमें वन कर्मियों पर हमले के दो आरोपियों को पकड़ लिया गया। वन कर्मियों ने इनकी पहचान भी कर ली। वहीं इस पूरे रैकेट में संलिप्त एक आरा मशीन को सील कर दिया गया है। इसके मालिक की तलाश की जा रही है।
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