चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की मौत की खबर ने पूरे देश के साथ-साथ झारखंड को भी झकझोर कर रख दिया है। सेना में बीरा के नाम से चर्चित रहे जनरल रावत के साथ राज्य के लोगों की गहरी संवेदनाएं जुड़ी हुई थी। बतौर सेनाध्यक्ष उनका गुमला दौरा लोगों के दिल-ओ-दिमाग में बसा हुआ है। 4 जनवरी 2019 को सेनाध्यक्ष के रूप में जनरल झारखंड के बहादुर बेटे परमवीर अल्बर्ट एक्का की वीर गाथाओं से प्रभावित होकर उनके सम्मान में खिंचे चले आए थे। अपनी पत्नी के साथ चैनपुर प्रखंड स्थित बरवे मैदान पहुंचे और अल्बर्ट एक्का को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
अल्बर्ट एक्का की जन्म भूमि पर पहुंचे जनरल रावत और उनकी पत्नी का जनता ने जोरदार स्वागत किया था। उनकी एक झलक पाने के लिए लोग बेताब थे। गुमला के अलावा रांची, सिमडेगा, लोहरदगा, पलामू जिला से लोग उन्हें देखने पहुंचे थे। इनमें वीर चक्र, शौर्य चक्र, कृति चक्र से सम्मानित शहीदों की पत्नियां भी शामिल थीं। कार्यक्रम में सेनाध्यक्ष और उनकी पत्नी ने सबसे मुलाकात की। बातचीत की। अपने परिवार की तरह हर एक से हाथ मिलाते हुए अपना बनाते गए।
कार्यक्रम के दौरान तात्कालीन सेनाध्यक्ष ने लोगों को अनुशासन व स्वच्छता का पाठ पढ़ाया था। पूरे कार्यक्रम के दौरान रावत डयूटी में तैनात सेना के जवानों, अधिकारियों और लोगों से पूरी आत्मीयता के साथ बातचीत करते रहे थे। भाषण खत्म होने के बाद वह सीधे मंच से नीचे उतर कर पैदल चलते हुए लोगों के बीच से गुजरे। इस दौरान काफी लोगों ने तत्कालीन सेनाध्यक्ष के साथ सेल्फी ली थी। कार्यक्रम में दौरान जनरल बिपिन रावत ने परमवीर अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। सलामी ली थी। उनके बलिदान को याद किया था।
रावत एक नेक व जिंदा दिल इंसान थे : विंसेंट
इधर, जनरल रावत के निधन की खबर मिलते ही शहीद अल्बर्ट एक्का के परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी। परमवीर अल्बर्ट एक्का के बेटा विंसेंट एक्का ने कहा, 'बिपिन रावत एक नेक और जिंदा दिल इंसान थे। उन्हें तनिक भी अपने ओहदे का गुमान नहीं था।'
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