महिला का शव नग्न अवस्था में रास्ते में पेड़ पर लटका मिला। जिसने भी इस शव को देखा वह हैरान रह गया। घटना सरायकेला खरसावां की है। चौका थाना क्षेत्र से लापता महिला का शव अचानक चौका-कांड्रा मार्ग पर झूलता मिला। पुलिस भी इस हत्याकांड को लेकर हैरान है।
बेटे ने लगाया आरोप गांव वाले मां को बताते थे डायन
मृतक के शव की पहचान हो गयी है। बेटे राकेश महतो ने शव की शिनाख्त की। मृतका की पहचान उसकी साड़ी से की गयी इसी के सहारे मृतका को लटकाया गया था। इस मामले में बेटे ने आरोप लगाया है कि गांव के ही कुछ लोग उसकी मां पर डायन होने का आरोप लगाते थे। गांव में कई बार इसे लेकर झगड़ा हो चुका है। बेटे को शक है कि उसकी मां की हत्या कर पेड़ में टांग दिया गया है।
कई दिनों से घर से थी गायब
मृतक चंदना महतो जिनकी उम्र लगभग 40 साल थी। वह चौका थाना क्षेत्र के मातकमडीह गांव की रहने वाली थी। पुलिस को जैसे ही इस घटना के संबंध में जानकारी मिली कांड्रा सब इंस्पेक्टर चंदन कुमार, एएसआई बीएन प्रसाद घटनास्थल पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला सदर अस्पताल भेज दिया, जहां से शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम भेजा गया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने कहा, हम इस मामले की जांच कर रहे हैं
कांड्रा इंस्पेक्टर राजेंद्र महतो ने कहा, पुलिस हर पॉइंट पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। महिला 25 दिसंबर से मातकमडीह स्थित अपने घर से गायब थी। जिसके संबंध में चौका थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज था। पुलिस इसकी भी जानकारी इकट्ठा कर रही है कि महिला इतने दिन कहां थी। इस संबंध में गांव के कई लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
सरकार लेकर आयी कानून क्या कम हो रहे हैं मामले
डायन कुप्रथा को लेकर सरकार कानून लेकर आयी है। कई कड़े प्रावधान है इसके बाद भी इस तरह के मामले कम नहीं हो रहे। साल 2021 के आंकड़े के अनुसार झारखंड में 2 से ज्यादा मामले डायन-बिसाही के होते है। ये सप्ताह में 10 से ज्यादा हो जाता है। डायन-बिसाही की वजह से साल में 50 से ज्यादा लोगों को जान गंवानी पड़ती है। इनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल होती हैं। इसका सीधा अर्थ है कि महीने में 4 लोगों की जान डायन-बिसाही की वजह से जाती है। यह आंकड़े हैरान करती हैं लेकिन इस तरह की हत्या और गांव में डायन कुप्रथा के बढ़ते मामले इस आंकड़े की हवाही देते हैं।
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