कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर राजधानी रांची को केंद्र सरकार ने रेड जोन में शामिल किया है। यहां पूरे झारखंड से अब तक सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज की पहचान हो चुकी है। इसे ध्यान में रखते हुए रांची में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। रविवार को कई सब्जी बाजारों में भीड़ देखी गई। सड़कों पर भी सन्नाटा छाया रहा। रिम्स के कोविड-19 सेंटर में भर्ती मरीजों में से तीन के स्वस्थ होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई और एंबुलेंस से उनके घर तक छोड़ा गया। इनमें से दो हिंदपीढ़ी व एक बेड़ों से है। वहीं, वायु सेना ने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में रिम्स, सीसीएल गांधीनगर हॉस्पिटल व पारस एचईसी के ऊपर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाया। इधर, रिम्स में माइक्रोबायोलॉजी लैब के टेक्नीशियन के संक्रमित होने के कारण आज तीसरे दिन भी लैब बंद रहा।
सैंपलों की जांच हो गई बंद, अब पांच मई को खुलेगा
रिम्स में माइक्रोबायोलॉजी लैब के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने बताया सोमवार तक लैब सैनिटाइज किया जाएगा। इस दौरान लैब बंद रहेगा। सैंपलों की जांच नहीं होगी। जांच के लिए सैंपल जमशेदपुर के एमजीएम हॉस्पिटल और इटकी के टीबी सेंटर भेजे जाएंगे। अब तक रिम्स में 6500 सैंपलों की जांच हो चुकी है। इसमें रांची के 84 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
सब्जी और मछली बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी
शहर में लोगो की भीड़ तो नहीं है लेकिन जहां सब्जी मांस और मछली बाजार लगे हैं, वहां लोगों का जमावड़ा लगा दिखा। रविवार को ऐसा ही दृश्य रातू रोड के पिस्का मोड़ के पास दिखा, जहां लगे सब्जी और मछली बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मौके पर पुलिस भी नजर नहीं आई। इस तरह की लापरवाही से कोरोनावायरस की चेन टूटने के बजाय जुड़ जाएगी। इसलिए अभी भी सख्ती के साथ लोगों को समझदारी से काम करने की भी जरूरत है।
बाहर से आए स्टूडेंट्स किए गए हाेम क्वारैंटाइन
वहीं, शनिवार की शाम राजस्थान के कोटा से आने वाले स्टूडेंट्स की हेल्थ स्क्रीनिंग के बाद सभी को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया। उनके घरों में होम क्वारैंटाइन को स्टीकर चस्पा करने के साथ हाथ में होम क्वारैंटाइन का मुहर भी लगाई गई। शुक्रवार को जितने मजदूर रांची जिला में आए थे, उनके साथ भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति के बारे में यह सूचना मिलती है कि वह होम क्वॅारेंटाइन की बजाय बाहर घूम रहा है तो उस पर कार्रवाई होगी। आम लोग भी इसकी सूचना जिला के कंट्रोल रूम नंबर- 1950 में दे सकते हैं।
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