थाना क्षेत्र स्थित डंडई के चर्चित विवेकानंद रवि हत्याकांड मामले में पुलिस प्रशासन के द्वारा किसी भी तरह का उद्भेदन नहीं करने पर पीड़ित परिवारों को ही हत्यारोपी का नाम पकड़ना मजबूरी हो गया। रविवार को हत्यारोपी के परिजनों की ओर से जमकर की गई पिटाई के दौरान पीड़ित परिवारों के द्वारा उक्त बातें कही गई।
साथ ही मामले को लेकर हत्यारोपी के साथ-साथ उसके अन्य सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उनके द्वारा स्थानीय थाना में लिखित शिकायत किया गया। पीड़िता मुन्नी देवी के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन में लिखा गया है कि मैं अपने बेटे की हत्या के गम में रविवार देर शाम अपने दरवाजे पर बैठ कर रो रही थी।
इसी बीच हत्यारोपी अशोक राम व उसका भाई संतोष राम एवं उसकी मां शांति देवी एक साथ होकर मेरे दरवाजे पर आ गए । साथ ही कहने लगे कि बिना सच्चाई के आरोप लगाओगे तो जैसा तुम्हारा बड़ा बेटा का हुआ है वही तुम्हारा भी हाल कर दिया जाएगा यह कहते हुए लोगों के द्वारा मेरी पिटाई की जाने लगी। हथियार से लैस होकर मेरे दरवाजे पर पहुंचे उक्त लोगों के द्वारा मेरे ऊपर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया गया। जिससे मेरा सर फट गया। उक्त कारण मैं घटनास्थल पर ही बेहोश होकर गिर गई। उस दौरान शरीर के ऊपर पहनावा मेरा कई तरह के जेवरात भी लेकर वे सभी भाग गए।
मालूम हो कि डंडई गांव निवासी संजय राम का बड़ा बेटा विवेकानंद रवि का लगभग 8 माह पूर्व हत्या कर करके गांव के कुएं में शव को डाल दिया गया था। जानकारी पाकर पहुंचे परिजनों ने विवेकानंद के रूप में की। घटना के 8 माह से भी अधिक दिनों का समय बीत गया लेकिन अब तक पुलिस प्रशासन के द्वारा मामले की सच्चाई को नहीं निकाला जा सका।
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