लोहरदगा जिला में रहने वाले लोगों का रहन-सहन कृषि व पशुपालन कार्यों से जुड़ा हुआ है। हमारे पूर्वजों ने वनों में अपना जीवन बिताया है। कृषि व पशुपालन किया है। लेकिन अब वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसे व्यवसायिक रूप में किए जाने की जरूरत है। व्यवसायिक कृषि व पशुपालन अपनाएंगे तो आय बढ़ेगी।
सिर्फ धान-गेहूं की खेती से आय नहीं होगी। इसके साथ-साथ बकरी पालन, सूकर पालन, कुक्कुट पालन, बत्तख पालन, गव्य पालन आदि को भी करना होगा।
आप पशुपालन को व्यवसायिक रूप में करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। ये बातें उपायुक्त विनोद कुमार टोप्पो ने नए नगर भवन परिसर में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत परिसंपत्तियों के वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। उपायुक्त ने कहा कि जीवन के संवर्द्धन के लिए सकारात्मक सोच, कड़ी मेहनत और पूंजी आवश्यक है।
मिलने वाली राशि से स्वस्थ पशु क्रय करने के साथ पशुओं की भी टैगिंग व टीकाकरण कराएं: डीडीसी उप विकास आयुक्त ने कहा कि वैसे लाभुक जिनके बैंक खाते में पशुधन योजना की राशि हस्तांतरित की गई है। वे उस राशि से स्वस्थ पशु का ही क्रय करें।
क्रय किये गये पशु की बेहतर देखभाल से इसकी संख्या में बढ़ोतरी होगी। इससे आपकी आय में भी वृद्धि होगी। पशुओं की भी टैगिंग भी कराएं और उनका टीकाकरण कराएं। सरकार द्वारा कृषकों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं जिनमें मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना भी एक है। उपायुक्त ने कहा कि जिन लोगों को बत्तख व बकरियां दी गई हैं, उन्हें वे जतन से पालें।
यही पशुधन आने वाले माह/वर्ष में आपको अच्छी आमदनी देंगे। घर में होने वाले आवश्यक कार्यों में आने वाले खर्च का वहन करेंगे। बेटे-बेटियों की पढ़ाई में काम आएंगे। अगर पशु बीमार पड़ें तो संबंधित प्रखण्ड पशुपालन पदाधिकारी या भ्रमणशील पशुपालन पदाधिकारी से संपर्क करें।
सभी को सरकारी नौकरी संभव नहीं, इसलिए आत्मनिर्भरता जरूरीउपायुक्त ने कहा कि जनसंख्या और रिक्तियों के अनुपात को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है।
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में 90 प्रतिशत अनुदान पर परिसंपत्तियों का किया गया वितरण पूरे जिले में आज मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत कुल 90 प्रतिशत अनुदानित सब्सिडी पर 88 यूनिट बत्तख चूजा और 11 यूनिट बकरा-बकरी का वितरण किया गया।
नगर भवन में आज सांकेतिक रूप से चार लाभुकों को बकरा विकास योजना का लाभ दिया गया। वहीं बत्तख पालन के लिए 17 लाभुकों के बीच बत्तख चूजा का वितरण गया गया।
मिनी ट्रैक्टर और पावर टिलर का हुआ वितरण
भूमि संरक्षण के कृषि यांत्रिकीकरण प्रोत्साहन योजनांतर्गत 80 प्रतिशत अनुदा6न पर सेन्हा के बदला पंचायत के गुलाब महिला मंडल और किस्को प्रखण्ड के निरहू पंचायत की सुहानी महिला मंडल को मिनी ट्रैक्टर व पावर टिलर प्रदान किया गया। कार्यक्रम में जिला पशुपालन पदाधिकारी वीरा नैंसी खलखो, जिला कल्याण पदाधिकारी नारायण राम, कार्यपालक दण्डाधिकारी अमित बेसरा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी त्रिदेव मंडल, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम प्रिया लकड़ा व अन्य उपस्थित थे।
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