पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
एक आंख में काजल एक में सूरमा वाली कहावत हजारीबाग मे चरितार्थ हो रही है। इसे चरितार्थ कर रहा है रेलवे विभाग। हजारीबाग में रेलवे स्टेशन को चालू हुए पांच वर्ष से अधिक हो चुके हैं, लेकिन आज तक महानगरों के लिए लंबी दूरी की ट्रेन रेलवे ने नहीं दी। पहले से चल रही ट्रेन भी बंद है, इस पर रेलवे चुप्पी साधे हुए है। वही दूसरी ओर गोड्डा में स्टेशन के शुरू हाेते ही रेलवे ने दिल्ली के लिए हमसफर एक्सप्रेस की साैगात दे दी।
8 अप्रैल को गोड्डा स्टेशन और एक्सप्रेस ट्रेन दोनों एक साथ शुरू किया जा रहा है। गोड्डा में नई शुरुआत का हम ह्रदय से स्वागत करते है, लेकिन हजारीबाग के मामले में रेल अधिकारियों की चुप्पी बहुत ही खलने वाली है। लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे है। उनका मानना है कि रेलवे ने यहां स्टेशन सिर्फ काेयला ढाेने के लिए बनाया है। यहां के लाेगाें काे बेहतर ट्रेन की सुविधा देना उसकी प्राथमिकता में नहीं है।
आम लोगों के हिस्से सुविधाओ की बजाए सिर्फ इंतजार
रेल सेवा विस्तार को लेकर संघर्ष कर रहे स्थानीय नागरिकों की मानें तो रेलवे ने पिछले पांच वर्षों से हजारीबाग के लोगों के साथ छल किया है। यहां के लोगों को सुविधाओं के बदले सिर्फ इंतजार ही मिला है। हैरानी की बात है कि हजारीबाग टाउन स्टेशन का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री के हाथों हुआ है। उस वक्त रेल मंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित थे। उसके बावजूद यहां से एक्सप्रेस ट्रेन शुरू न हाेना, लाेगाें के गले नहीं उतरता। सबका साथ सबका विकास का नारा शायद हजारीबाग के लिए नहीं था। कम से कम रेलवे के अधिकारियों की कार्यशैली ने तो यह साबित कर ही दिया है।
पॉजिटिव- व्यक्तिगत तथा पारिवारिक गतिविधियों में आपकी व्यस्तता बनी रहेगी। किसी प्रिय व्यक्ति की मदद से आपका कोई रुका हुआ काम भी बन सकता है। बच्चों की शिक्षा व कैरियर से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य भी संपन...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.