रांची पुलिस ने ठगी के मास्टरमाइंड निवेश पोद्दार उर्फ राजवीर उर्फ गांधी और उसके सहयोगी शुभम पोद्दार को सोमवार को तीन दिनों के लिए रिमांड पर लिया है। रिमांड पर जाते ही निवेश ने अपने कई जुर्म कबूले हैं। वह अब तक 2 करोड़ 17 लाख 80 हजार रुपए की ठगी कर चुका है। बताया है कि 12वीं पास करने के बाद वह इंजीनियर बनना चाहता था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण पिता पैसे नहीं दे सके।
मजबूरन वह धनबाद में जाकर कोयला लोडिंग का काम करने लगा। लेकिन, उससे इतनी कम आमदनी होती थी कि वह अपना शौक पूरा नहीं कर पाता था। इस कारण 2016 में वह पहली बार बेगूसराय में आईबी का फर्जी डीएसपी बनकर ठगी करने पहुंच गया, लेकिन पकड़ा गया। जेल से छूटने के बाद फिर कोयला लोडिंग करने लगा। सोशल मीडिया के जरिए उसकी मुलाकात सुमन कुमार से हुई। सुमन से उसने 52 लाख 80 हजार रुपए ठग लिए।
होटवार जेल में मिले रोहित साव ने कराई थी पीएलएफआई दिनेश गोप से बात
निवेश जब होटवार जेल में बंद था, तब उसकी मुलाकात रोहित साव से हुई। उसने एक मोबाइल नंबर देकर कहा था कि जेल से छूटने के बाद फोन करना। निवेश जब जमानत पर छूटा तब उसे फोन किया। रोहित ने उसे बताया कि वह पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश साव और अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा का नजदीकी है। निवेश को रोहित ने वाटसएप वीडियो कॉल करके उसकी अवधेश जायसवाल से बात कराई। अवधेश ने उसे रनिया के पकरा जंगल में बुलाकर उसकी वीडियो कॉल पर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से बात कराई।
पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर बुजुर्ग से 32 लाख ठगे
निवेश ने दूसरी ठगी पिठोरिया के एक बुजुर्ग व्यक्ति से की। पेट्रोल पंप दिलाने नाम पर उससे 32 लाख रुपए ले लिए। उसके बाद निवेश ने बिहार के आठ युवकों को झारखंड में 2018 में निकली दारोगा बहाली में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसे में लेकर उनसे 70 लाख रुपए की ठगी कर ली।
दिल्ली में छुपकर रहने लगा था
रांची में निवेश पर ठगी के तीन मामले दर्ज हो चुके थे, इसलिए पुलिस से बचने के लिए वह दिल्ली में जाकर रहने लगा। वहां एक मसाज पार्लर में अंजली पटेल से उसकी मुलाकात हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रगाढ़ता बढ़ती गई। बाद में पता चला कि अंजली बांग्लादेश की रहनेवाली है और वह दिल्ली में नाम बदलकर रह रही है।
चंडीगढ़ से खरीदे 9 डमी हथियार
निवेश ने बताया है कि वह चंडीगढ़ की एक दुकान से 9 डमी हथियार खरीदे थे। जिन्हें लेकर वह फोटो खिंचवाकर तस्वीर पोस्ट करता था और खुद को हथियार तस्कर बताता था। पीएलएफआई से जो हथियार सप्लाई के लिए पैसे लिए थे, उसके एवज में उन्हें देने के लिए छह देसी पिस्टल, कट्टा और 83 कारतूस अपने घर में छुपाकर रखे हुए था।
दोस्तों को भेजा दिल्ली और खुद निकल गया कोलकाता
निवेश 6 जनवरी की सुबह पुलिस को चकमा देकर कोलकाता भाग गया था। अपने दो साथियों शुभम और ध्रुव को दिल्ली स्थित अपने होटल एरोलुक में पहुंचने को कहा था। निवेश रांची से अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से कोलकाता पहुंचा। जिसे उसने कोलकाता में पप्पू नाम के युवक को देकर उसकी एमजी हेक्टर गाड़ी ले ली। वहीं, दिल्ली से शुभम, ध्रुव व अंजली को लेकर कोलकाता पहुंचे। फिर चारों पुरुलिया जाने की फिराक में बक्सर में पकड़े गए।
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