झारखंड में नेत्रदान को लेकर बढ़ रही है जागरुकता:नेत्रदान को लेकर सीएम ने किया लोगों को जागरूक, 120 से ज्यादा सफल प्रत्यारोपण कश्यप मेमोरियल आई बैंक ने किया

7 महीने पहले
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झारखंड में नेत्रदान को लेकर बढ़ रही है जागरुकता - Dainik Bhaskar
झारखंड में नेत्रदान को लेकर बढ़ रही है जागरुकता

अगर आपके ना होने के बाद कोई आपकी आंखों से दुनिया देख सके, तो शायद इससे बड़ा कोई दान नहीं है। झारखंड में भी अंगदान खासकर नेत्र दान को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर चर्चा में है । कॉसमॉस क्लब के काली पूजा पंडाल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेत्रदान जागरूकता सेल्फी प्वाइंट पर खड़े होकर तस्वीर ली।

सीएम ने नेत्रदान को लेकर किया जागरुक
सीएम ने नेत्रदान को लेकर किया जागरुक

काली पूजा पंडाल में पहुंचे मुख्यमंत्री नेत्रदान को लेकर किया जागरुक
झारखंड में नेत्र प्रत्यारोपण के माध्यम से उन्हें रोशनी देने की कोशिश है जो देख नहीं पाते। सबसे ज्यादा नेत्र प्रत्यारोपण कश्यप मेमोरियल आई बैंक द्वारा किए गए हैं। कोरोना के पिछले दो साल में 124 नेत्र प्रत्यारोपण हुआ है। अगर पिछले एक साल की बात करें तो 120 से ज्यादा नेत्र प्रत्यारोपण हुआ है। कॉसमॉस क्लब के काली पूजा पंडाल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तस्वीर लेकर आम जनता को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने की कोशिश की। इस दौरान कश्यप मेमोरियल आई बैंक के डायरेक्टर डॉ बी पी कश्यप भी मौजूद रहे। डायरेक्टर डॉ भारती कश्यप ने कहा पूजा पंडालों के माध्यम से नेत्रदान जागरूकता फैलाने का जो हमारा नया तरीका है यह काफी सफल हो रहा है और लोग इस माध्यम से काफी प्रेरित हो रहे हैं।

अपनी आंखों से देख रहा है शिवांश

सफल ऑपरेशन की ऐसी कहानियां हैं एक महीने का शिवांश अपनी आंख से देख नहीं सकता था। शिवांश रेटिनोपैथी आफ प्रीमेच्योरिटी जैसी बीमारी से ग्रसित था जिसका इलाज शुरू हुआ जो काफी एडवांस स्टेज में था। उसे इंजेक्शन और लेजर के द्वारा डाक्टर विभूति कश्यप ने उसे ठीक कर दिया। डा भारती कश्यप ने बताया झारखंड में ऐसे कई मासूम है जो आज नेत्र प्रत्यारोपण के बाद दुनिया को अपनी नजरों से देख रहे हैं। झारखंड में नेत्रदान को लेकर अब भ्रम की स्थिति नहीं है।

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