प्री-मॉनसून पीरियड होने के बावजूद बारिश नहीं:हवाओं के धकेलने से बादल आसपास जाकर बरस रहे, तेज उमस झेल रहे लोग

रांचीएक वर्ष पहले
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तस्वीर : करमटोली तालाब की। - Dainik Bhaskar
तस्वीर : करमटोली तालाब की।

प्री-मॉनसून पीरियड होने के बावजूद बादलाें की लुकाछिपी से शहर के लोग पसीने से तर-बतर हैं। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से बादल बन भी रहे, शहर के ऊपर दिख भी रहे, लेकिन हवाओं के धकेलने से यह आसपास जाकर बरस जा रहे हैं।

इससे 75 प्रतिशत तक आर्द्रता पहुंचने और बारिश नहीं होने के कारण रांची शहरी क्षेत्र के लोग तेज उमस झेल रहे हैं। भारतीय माैसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक आनंद ने बताया कि रांची शहर के बाहर आसपास इलाके में बारिश हाे रही है, लेकिन शहर में नहीं हाे रही है।

इसलिए दिन में उमस ज्यादा लग रही है। वहीं शाम में आसपास के इलाकों में बारिश होने के कारण वहां की ठंडी हवाएं शहर की ओर आने से मौसम में ठंडापन देखा जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि बारिश होते ही तेज उमस से लोगों को राहत मिल जाएगी।

8 सालों में सर्वाधिक गर्मी 43.2 डिग्री 2017 में पड़ी
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 8 सालों के रिकॉर्ड बताते हैं कि रांची में मई माह में सबसे अधिक गर्मी 2015 में पड़ी थी। उस साल अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया था।

जबकि उसके मुकाबले में इस साल मई में अब तक उतनी गर्मी नहीं पड़ी है। अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक गया है। 17 मई को अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया।

इन वर्षों में पारा 41 के पार
साल तिथि अधिकतम पारा
2017 15 मई 43.2 डिग्री
2019 09 मई 41.8 डिग्री
2015 25 मई 41.7 डिग्री​​​​​​​

सर्वाधिक वर्षा वाले 3 साल
साल तिथि बारिश
2021 27 मई 151 मिमी
2018 31 मई 54.4 मिमी
2015 13 मई 57.6 मिमी