ऑल इंडिया एमईएस बिल्डर्स एसोसिएशन ने निर्माण उद्योग से जुड़ी वस्तुओं के तेजी से बढ़ी कीमतों को लेकर केंद्र सरकार से निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में राहत देने का आग्रह किया है। एसोसिएशन ने सांसदों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार से गुहार लगाई है।
एसोसिएशन की रांची शाखा ने इस संबंध में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा और चंद्रप्रकाश चौधरी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है। एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना महामारी और वैश्विक आपदा रूस यूक्रेन की लड़ाई से विनिर्माण उद्योग क्षेत्र में सामान की अवरुद्ध सप्लाई चेन और मजदूरों के आवागमन को लेकर संकट उत्पन्न हो गया है।
निर्माण उद्योग के सामान में अप्रत्याशित मूल्य में वृद्धि हुई है। पिछले एक वर्ष के दौरान विनिर्माण के आवश्यक सामानों में 30 से 40 प्रतिशत, सीमेंट में 120 से 130 रुपए बैग की बढ़ोतरी, पेट्रोलियम आधारित उत्पादों में 40 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि हुई है।
जिससे एमईएस बिल्डर्स एसोसिएशन के बिहार झारखंड के 50 से अधिक प्रोजेक्ट पर ताला लटकने के आसार हैं। स्टील राड 60 की जगह 90, ईंट 6 की जगह 8.30 रुपए, चिप्स 35 की जगह 45 रुपए, सीएफटी टाइल्स 35 की जगह 46 रुपए बढ़ोतरी हो चुकी है।
इसी तरह कॉपर और लोहे की तारों में भी 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो चुकी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित कुमार, शंभू शरण सिंह, सुबीर कुंडू, मनजीत सिंह भी मौजूद थे।
मजदूरी में भी कई गुना वृद्धि
मजदूरी में भी कई गुना वृद्धि हो चुकी है। ऐसे में एमइएस से जुड़े ठेकेदारों और कामगारों का काम करना मुश्किल हो गया है।
पंजाबी भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष संजीव और रणदीप आनंद में पत्रकारों को बताया कि सरकार ने अगर उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले कुछ महीनों में बिहार और झारखंड के अधिकतर प्रोजेक्ट बीच में ही रुक जाएंगे।
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