केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय की ओर से देशभर के 100 स्मार्ट शहरों की रैंकिंग के लिए नया पैटर्न लागू किया गया है। अब केंद्र सरकार द्वारा दिए गए ग्रांट, जारी वर्कऑर्डर और धरातल पर हुए काम सहित सात पारामीटर्स के आधार पर रैंकिंग जारी की जा रही है। नए पैटर्न पर जारी ताजा रैंकिंग में भी झारखंड देशभर में टॉप पर है।
पिछले माह राजस्थान ने झारखंड को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया था, लेकिन काम की रफ्तार बढ़ा कर दुबारा झारखंड पहले स्थान पर पहुंच गया है। जबकि, देशभर के 100 स्मार्ट शहरों की सूची में रांची 10 वें स्थान पर है। पहले स्थान पर मध्यप्रदेश का भोपाल है।
रांची को स्मार्ट सिटी में हुए कार्यों के आधार पर कुल 68.20 प्रतिशत अंक मिले हैं। वहीं भोपाल 111.40 अंक के साथ पहले स्थान पर है। अगले कुछ माह तक रांची की रैंकिंग इसी आसपास रहेगी, क्योंकि धुर्वा में बन रहे स्मार्ट सिटी के एकीकृत आधारभूत संरचना ( इंट्रीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर) का काम अब एक साथ पूरा होगा। पिछले सप्ताह तक रांची 16 वें स्थान पर था, लेकिन फंड खर्च करने में तेजी लाकर रांची ने रैंकिंग में सुधार कर लिया।
जमीन की नीलामी कर बढ़ाया रेवेन्यू : स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन ने जमीन की नीलामी कर राजस्व जुटाने का रास्ता निकाल लिया है, वहीं दूसरी ओर अन्य योजनाओं पर पैसे खर्च कर रहा है। रांची में पहले चरण की जमीन नीलामी कर ही 400 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व लाने का रास्ता खोज लिया। पहले फेज में ही आवासीय और मिक्स्ड यूज की जमीन की नीलामी होने से यहां निवेशकों का भरोसा बढ़ा। इस वजह से याेजना के कार्यान्वयन (प्रोजेक्ट इंप्लिमेंटेशन कैटेगरी) में रांची को बेहतर अंक मिला।
काम की रफ्तार बढ़ने और जमीन की नीलामी कर सुधारी रैंकिंग
रांची स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन ने 18 प्रोजेक्ट में से 12 का वर्कऑर्डर जारी कर दिया है। 8 का टेंडर एक साथ किया गया है। स्मार्ट सिटी के 656 एकड़ क्षेत्र में 4 कैटेगरी की सड़क, फुटपाथ-साइकिल ट्रैक, सीवरेज-ड्रेनेज, अंडरग्राउंड वाटर सप्लाई पाइपलाइन, अंडरग्राउंड केबुल का काम शामिल है। इसके अलावा गैस आधारित विद्युत ग्रिड का काम अंतिम चरण में है। बेसिक इंट्रीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर का करीब 70 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इसलिए रांची की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
टॉप टेन शहर
रैंक शहर
जो काम हुए, उसका आम लोगों को अभी भी पूरा फायदा नहीं
पैन सिटी में कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर के माध्यम से इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत 40 चौक-चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल सेंटर से यह अभी तक नहीं जुड़ा है। न्यू मार्केट चौराहा, करमटोली, जेल चौक सहित अन्य चौराहा पर ट्रैफिक सिग्नल का संचालन अभी भी मैनुअल ही हो रहा है। जिस कारण ऑनलाइन चालान भी नहीं कट रहा है।
इन कार्यों से बढ़ी रैंकिंग
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