झारखंड में हाई स्कूल की पढ़ाई सामान्य होने के बाद अब शिक्षा विभाग प्राथमिक स्कूल के बच्चों की व्यवस्था को भी पटरी पर लाने की कोशिश में जुट गया है। इसके लिए अलग-अलग विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। स्कूल खोलने पर भी मंथन चल रहा है।
इन सबके बीच राज्य शिक्षा परियोजना परिषद बच्चों के ऑफलाइन एग्जाम के आयोजन पर विचार कर रहा है। बहुत जल्द इस संबंध में सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश जारी कर दिया जाएगा। परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों को फिर से किताबों की ओर लौटाना है।
क्या है विभाग की योजना
ऑफलाइन परीक्षा के लिए स्कूलों को कई निर्देश दिए जा सकते हैं। इसके तहत कोविड के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए इस परीक्षा का आयोजन करना होगा। सभी स्कूलों को अपने यहां एक ड्रॉप बॉक्स रखना होगा। सभी बच्चों को प्रश्न पत्र मुहैया कराने की व्यवस्था करनी होगी। बच्चे अपनी सुविधानुसार घर में या तय संख्या में स्कूलों में आकर जवाब लिखर उसे ड्रॉप बॉक्स में डाल देंगे।
हर महीने होगी परीक्षा
विभाग हर महीने परीक्षा के आयोजन पर विचार कर रहा है ताकि बच्चों के प्रोग्रेस को समझा जा सके। इसमें अपनी कक्षा के साथ-साथ बच्चों को उनकी पिछली कक्षा से जुड़े सवाल भी पूछे जाएंगे। इसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
16 महीने से बंद हैं प्राथमिक स्कूल
कोरोना के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अप्रैल 2020 से राज्य के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था। दिसंबर 2020 में राज्य के हाई स्कूलों को खोला गया था, लेकिन तीन महीने की पढ़ाई के बाद फिर से बंद कर दिया गया था। अब अगस्त में फिर से इन्हें खोल दिया गया है। प्राथमिक स्कूलों पर अभी भी ताला लटक रहा है।
परीक्षा की रूपरेखा जल्द तैयार कर ली जाएगी: डायरेक्टर
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के डायरेक्टर शैलेश कुमार चौरसिया ने बताया कि बच्चों के असेस्मेंट के लिए ऑफलाइन परीक्षा के आयोजन की तैयारी की जा रही है। इसे किस रूप में आयोजित किया जा सकता है। इसकी रूपरेखा जल्द तैयार कर ली जाएगी।
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