झारखंड के स्कूलों में एक बार फिर से नियमित पढ़ाई शुरू होगी। प्राथमिक स्कूलों में लगभग दो साल बाद एक बार फिर से घंटियां गूजेंगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को खोलने का प्रस्ताव आपदा प्रबंधन प्राधिकार को भेजा है। शनिवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आवास पर मंत्री, शिक्षा सचिव व आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये निर्णय लिए गए हैं।
हालांकि इस पर अंतिम निर्णय CM हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में 31 जनवरी को होने वाले आपदा प्रबंधन प्राधिकार समिति की बैठक में लिए जाएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में स्कूल को कोरोना के पहले की स्थिति में संचालित करने की मांग की गई है। कोरोना गाइडलाइन के अलावा किसी तरह की कोई बंदिश लागू नहीं करने की मांग की गई है। यानि क्लास में निर्धारित अवधि तक पढ़ाई की मांग की गई है।
17 मार्च 2020 के बाद नहीं खुले हैं प्राइमरी स्कूल
दरअस मार्च 2020 में कोरोना महामारी के दस्तक के बाद 17 मार्च 2020 को राज्य के सभी शिक्षण संस्थान बंद किए गए थे। इसके बाद से आज तक राज्य के प्राथमिक स्कूलों से ताला नहीं हटा है। वहीं दिसंबर 2020 में केवल दो महीने के लिए 8वीं कक्षा से ऊपर के स्कूल खुले थे। इसके बाद सितंबर- 2021 से 6ठी से ऊपर कक्षा के स्कूल का संचालन हो रहा था जिसे दिसंबर में ओमिक्रॉन के फैलाव के बाद बंद किया गया था।
निजी स्कूल संचालकों को भी मंत्री ने दिया है आश्वासन
इससे पहले शनिवार सुबह को मंत्री के आवास पर प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ बैठक हुई। इसमें मंत्री ने स्कूल खोलने के संकेत दिए हैं। हालांकि स्कूल कब से खुलेंगे इस पर स्पष्ट निर्णय नहीं हो पाया है। बैठक के बाद ही इस पर स्पष्ट निर्णय लिए जाएंगे। वहीं स्कूल खोलने के आश्वासन के बाद स्कूल संचालक के सदस्यों के चेहरे में खुशी देखने को मिल रही है।
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