सीएम हेमंत सोरेन, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, दुमका विधायक बसंत सोरेन, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ के बाद अब झामुमो के ही गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार के खिलाफ केन्द्रीय निर्वाचन आयोग(ईसी) को शिकायत की गई है। आरोप है कि विधायक ने 2019 विस चुनाव में दिए गए शपथ पत्र में अपनी व पत्नी के बारे में तथ्य छिपाए हैं। शिकायतकर्ता सुनील महतो ने इस संबंध में ईसी को दो पत्र भेजे हैं।
पहले पत्र में कुमार की पत्नी श्वेता शर्मा की संपत्ति के बारे में तथ्य छिपाने का आरोप लगाते दावा किया कि फॉर्म में अचल संपत्तियों के ब्योरे में सुदिव्य कुमार ने गैर कृषि भूमि के रूप में ग्राम महथाडीह अंचल गिरिडीह अंतर्गत दो भू खंड नहीं बताए हैं। दोनों जमीन के सबूत के तौर पर कागजात भी ईसी को भेजे हैं। दूसरे पूरक पत्र में विधायक सुदिव्य कुमार के कंपनियों के निदेशक होने के तथ्य छिपाने का आरोप लगाया है। ईसी को भेजे गए पत्र में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि विधायक सुदिव्य कुमार ने जानबूझ कर चुनाव आयोग से सूचना छिपाई है। इसलिए उनकी सदस्यता खत्म की जाए।
दावा- मां तारा हाईटेक इंटरप्राइजेज के निदेशक हैं विधायक
सुनील महतो ने पूरक शिकायत पत्र में दावा किया है कि विधायक सुदिव्य 24 जून 2010 से मां तारा हाइटेक इंटरप्राइजेज के प्रालि. कंपनी के निदेशक हैं। शिकायत पत्र के अनुसार सुदिव्य कुमार नभ मोटर्स प्रालि. कंपनी के भी अतिरिक्त निदेशक हैं। कालिका वाहन प्रालि. कंपनी में सुदिव्य कुमार के शेयरों की संख्या 133750 है। सुदिव्य कुमार की पत्नी श्वेता शर्मा 25 सितंबर 2013 से कालिका वाहन प्रालि. (पुराना नाम बाबा दुखहरण नाथ एग्रो प्रालि.) कंपनी के निदेशक हैं। किंतु, चुनावी शपथ पत्र में इस तथ्य का उल्लेख नहीं है।
जमीन धोखाधड़ी से संबंधित प्राथमिकी के आधार पर ईडी कर सकती है पूछताछ
विधायक पर करोड़ों रुपए की जमीन धोखाधड़ी के मामले में गिरिडीह मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी हुई है। सही जवाब नहीं मिलने पर ईडी विधायक से पूछताछ कर सकती है। कोर्ट में दायर परिवाद पत्र के आधार पर विधायक समेत 21 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। गिरिडीह के भलगढ़हा निवासी गोविंद दास ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था। ईडी से भी शिकायत की गई है।
सुदिव्य कुमार ने कहा- शपथ पत्र में कुछ भी नहीं छिपाया
गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा है कि यह शिकायत गलत और फर्जी है। विधायक ने दावा किया कि उन्होंने अपने शपथ पत्र में किसी भी तथ्य काे नहीं छिपाया है। निर्वाचन आयोग जब भी इस बारे में जवाब मांगेगा, वे अपना पक्ष आयोग को भेज देंगे।
भ्रष्टाचार कथा, पैसों की पूजा: ईडी को डीएमओ से पूछताछ में मिली कई अहम जानकारी
डीएमओ से ट्रांसफर कराने को संपर्क करता था सुमन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 9 जिलों के डीएमओ से कई अहम जानकारियां दी हैं। दो जिलों के डीएमओ ने ईडी को बताया कि गिरफ्तार सीए सुमन सिंह जिला खनन पदाधिकारियों से मन चाहे जिलों में ट्रांसफर कराने के लिए पूजा सिंघल का मिडिलमैन बन संपर्क करता था। दोनों डीएमओ ने ईडी को यह भी जानकारी दी है कि उन लोगों ने सीए सुमन सिंह के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग के एक रुपए भी नहीं दिए थे।
इस खुलासे के बाद उक्त दोनों जिला खनन पदाधिकारियों व सीए सुमन सिंह के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच ईडी जल्द करा सकती है। ताकि पता चल सके कि उसने जिला खनन पदाधिकारियों को संपर्क किया था या नहीं। ईडी को अब तक की छापेमारी में मिले मोबाइल फोन से जो डिजीटल साक्ष्य मिले हैं उसमें कई अहम जानकारियां मिली हैं।
प्रेम प्रकाश से माइनिंग मामले में अहम जानकारी जुटा रही है ईडी
सोमवार को ईडी ने प्रेम प्रकाश से लंबी पूछताछ की। ईडी प्रेम प्रकाश से माइनिंग मामले में कई अहम जानकारियां जुटा रही है। ईडी को डीएमओ से पूछताछ में पता चला है कि माइनिंग के लिए पर्यावरण क्लियरेंस दिलाने में भी बड़ा खेल चलता था, जिसमें प्रेम प्रकाश की अहम भूमिका रहती थी। अब डीएमओ व प्रेम प्रकाश से ईडी आमने सामने पूछताछ कर अहम जानकारियां जुटा रही है।
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