रांची के चान्हो थाना के सिलगाई में एकलव्य विद्यालय के निर्माण पर बवाल जारी है। जिला प्रशासन की तरफ से मंगलवार को सिलगाई में मंगलवार को ग्रामसभा का आयोजन किया गया था। इसमें पुलिस ग्रामीणों से वहां स्कूल का निर्माण कराने और नहीं कराने को लेकर मंतव्य लेने वाली थी, लेकिन यहां भी ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिए।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी लाठियां चटकानी पड़ी। इसमें दोनों तरफ से लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। घायल होने वालों में 5 से ज्यादा पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। फिलहाल स्थिति तनावपू्र्ण बनी हुई है। एहतियातन प्रशासन की तरफ से वहां 10 थानों की लगभग 100 से ज्यादा जिला बल को बुला लिया गया है।
SDM खुद संभाल रहे हैं मोर्चा
ग्रामसभा के आयोजन के लिए जिला मुख्यालय से SDM खुद मोर्चा संभाल रहे हैं। वे खुद घटना स्थल पर मौजूद हैं और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन फिलहाल पूरे मामले पर कुछ भी बयान देने से बच रहा है।
धरी रह गई प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने ग्रामसभा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था। गांव हर एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेडिंग की गई थी। प्रशासन की कोशिश थी कि गांव से बाहर के किसी विरोधी को इस सभा में शामिल नहीं की जाए। लेकिन विरोधी गुट के लोग नहीं माने और सभा में शामिल होने के लिए पहुंच गए। इसके बाद विवाद बढ़ गया।
15 दिन पहले गिरा दिए थे बाउंड्री
वहीं 15 दिन पहले उग्र ग्रामीणों ने निर्माणाधीन एकलव्य विद्यालय की बाउंड्री को गिरा दिया था। निर्माण स्थल पर मौजूद तीन मिक्सचर मशीन को आग के हवाले कर दिया था। साथ ही पानी के टैंकर को उलट दिया था। इसके बाद से स्कूल का निर्माण कार्य रुक गया था। प्रशासन की कोशिश यहां स्कूल निर्माण कराने की है।
क्यों विरोध कर रहे हैं ग्रामीण
आदिवासी संगठन अमर शहीद वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल पर विद्यालय निर्माण का विरोध कर रहे हैं। उनकाकहना कि इस स्थान से शहीद वीर बुधु भगत की आस्था जुड़ी है। सरकार जहां चाहे स्कूल का निर्माण करा ले। यहां स्कूल का निर्माण नहीं होने देंगे।
दो महीने पहले 12 घंटे तक हाई-वे जाम कर दिए थे
विद्यालय के निर्माण के विरोध में दो महीने पहले विभिन्न आदिवासी संगठनों ने चक्का जाम कर दिया था। ये NH-75 रांची-डालटनगंज मार्ग पर दिन के करीब 12 बजे से रात के 12 बजे तक धरने पर बैठ गए थे। प्रशासन के आग्रह और आश्वासन के बाद उन्होंने हाई-वे को खाली किया था।
अर्जुन मुंडा का दर्द- स्कूल खोलने में सरकार नहीं कर रही मदद
केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा पहले ही इस पर अपना दर्द जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि दूसरे प्रदेशों में इसपर तेजी से काम हो रहा है, लेकिन झारखंड सरकार का सहयोग इसमें नहीं मिल रहा है। झारखंड में एकलव्य स्कूल खोलने के राह में रोड़े अटकाये जा रहे हैं। जब स्कूल खोलने की तैयारी शुरू हो रही तो जमीन को लेकर पेंच फंस जा रहा है। लोग कहते हैं यहां स्कूल मत बनाइये कहीं और ले जाइये। उन्होंने ये बातें 23 अक्टूबर को BJP की कार्यकारिणी समित की बैठक में कही थी।
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