पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
सीसीएल की महत्वाकांक्षी योजना केबीपी प्रोजेक्ट को लेकर पर्यावरण स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई गुरुवार को बसंतपुर शिव मंदिर परिसर में आयोजित की गई। इसमें रामगढ़ अपर समाहर्ता जुगनू मिंज, प्रदूषण पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के साइंटिस्ट अजय यादव व संजय कुमार श्रीवास्तव मुख्य रूप से उपस्थित थे। लोक सुनवाई में जल जंगल जमीन की गारंटी की मांग की गई।
ग्रामीणों ने परियोजना स्थापित करने के दौरान क्षति हुए पेड़ों के बदले बसंतपुर में ही पेड़ पौधे लगाने की मांग रखी। इसके अलावा यहां के लोगों को जीने का मौलिक अधिकार देने की भी बात कही गई। इस दौरान लोक सुनवाई में 26 लोगों ने अपने सुझाव और विचार रखे। ग्रामीणों ने बारी-बारी से अपनी समस्याओं को गिनाया। कहा कि हमारे हिताें का ख्याल रखा जाए ताे हमें आपत्ति नहीं।
इससे पहले लोक सुनवाई में स्वागत भाषण केबीपी जीएम जीके राठौड़ ने किया। इस अवसर पर सबसे पहले केबीपी पीओ संजय कुमार ने परियोजना के बारे में सारांश प्रस्तुत किया। केबीपी पीओ संजय कुमार ने बताया कि परियोजना में आठ सौ 61 करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट होंगे। इससे पहले ब्लॉक बसंतपुर, पचण्डा, कोतरे के ग्रामीणों से उनके परियोजना संबंधित पक्ष और सुझाव मांगी गई।
1162.87 हेक्टेयर जमीन पर 250 लाेगाें काे नौकरी मिलेगी
केबीपी परियोजना के लिए दो ब्लॉक बसंतपुर और पचमो ब्लॉक खुलेंगे। इसके लिए 1162.87 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। जिसमें विभिन्न प्रकार के जमीन को शामिल किया गया है। इन जमीन पर प्रत्यक्ष रूप से 250 लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी जाएगी। अप्रत्यक्ष रूप से 1000 लोगों को रोजगार मिलेगी। यह प्रोजेक्ट की लाइफ 36 साल तय की गई है। इसकी सालाना कोयला उत्पादन लक्ष्य 5 मिलियन टन है।
पॉजिटिव- आप अपने काम को नया रूप देने के लिए ज्यादा रचनात्मक तरीके अपनाएंगे। इस समय शारीरिक रूप से भी स्वयं को बिल्कुल तंदुरुस्त महसूस करेंगे। अपने प्रियजनों की मुश्किल समय में उनकी मदद करना आपको सुखकर...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.