उपायुक्त सुशांत गौरव ने समर अभियान की समीक्षा बैठक की। उन्होंने समर अभियान के उद्देश्यों पर एनीमिया से पीड़ित महिलाओं और कुपोषित बच्चों की पहचान करने और इस समस्या से निपटने के लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने की दिशा में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पोषण के क्षेत्र में दीदी बाड़ी योजना का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। ग्रामीण के खेतों में रागी की फसल उपजाई कराने की बात कही।
उत्पादित रागी का पिसाई कराते हुए पाउडर का 250 ग्राम, आधा किलो जैसे आवश्यकता को देखते हुए पैकेट बना कुपोषित एवं अतिकुपोषित को उपलब्ध कराने की बात कही। रागी के पाउडर को एक गिलास पानी में घोल कर पीने से चार गिलास दूध के बराबर लाभ होता है। स्थानीय स्तर पर महुआ का लड्डू बहुत पौष्टिक आहार है, इसके सेवन से शरीर में पोषण का बेहतर प्रवाह होता है। उन्होंने उत्पादित महुआ का अधिक से अधिक कलेक्शन करते हुए लड्डू बनाने की बात कही।
उन्होंने समर अभियान के डाटा इंट्री के कार्यों को ससमय करते रहने का निर्देश दिया। उन्होंने योजना के तहत जिला के 965 आंगनबाड़ी केंद्रों पर गठित पोषण दल के कार्यों की समीक्षा की। समर अभियान के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण दल के गठन,प्रखंड रिसॉर्स ग्रुप गठन की स्थिति सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस,सेम किट, एएनएम के पास डिजिटल हिमोग्लोबिन मीटर उपलब्धता की समीक्षा करते हुए कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया।
समर अभियान के तहत गठित डिस्ट्रिक्ट रिसॉर्स ग्रुप में जिला समाज कल्याण,स्वास्थ्य विभाग एवं जेएसएलपीएस शामिल हैं। प्रखंड स्तर पर गठित रिसॉर्स ग्रुप में प्रखंड विकास पदाधिकारी, चिकित्सा प्रभारी, सीडीपीओ, लेडी सुपरवाइजर, जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को शामिल किया गया है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ पीके सिन्हा,अनुमण्डल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेणु बाला,निदेशालय से आये विभाग के प्रतिनिधि अजय वर्मा,डीपीएम जेएसएलपीएस मनीषा सांचा व अन्य उपस्थित थे।
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