मानसून की दगाबाजी से खरीफ माैसम के दाैरान किसानाें काे हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की ओर से रबी माैसम के दाैरान किसानाें काे बीज विनियम याेजना के तहत 90 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
जबकि पूर्व में इस याेजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए जाते रहे हैं। फिलहाल इसके तहत जिले काे चना बीज और गेहूं बीज जिले काे प्राप्त हुआ है। विभाग काे 360 क्विंटल गेहूं और 49.8 क्विंटल चना बीज जिले काे वितरण के लिए प्राप्त हुआ है।
बिरसा फसल विस्तार याेजना अंतर्गत जिले को शत प्रतिशत अनुदान पर 225 क्विंटल चना बीज मिला है
इन दाेनाें बीजाें का वितरण एल्ला लैम्पस, घुटबहार लैम्पस, कुरडेग लैम्पस, मेराेमडेगा लैम्प्स, काेचेडेगा एफपीओ और काेलेबिरा एफपीओ के माध्यम से वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा बिरसा फसल विस्तार याेजना अंतर्गत शत प्रतिशत अनुदान पर जिले काे 225 क्विंटल चना बीज का आवंटन जिले काे प्राप्त है।
जिसे सभी प्रखंडाें के माध्यम से वितरण किया जा रहा है। अबतक कुल 74.7क्विंटल बीज का वितरण किया गया है। गेहूं का बीज किसानाें काे 3.90 रूपए प्रति किलाे और चना का बीज 9.45 रू प्रति किलाे की दर से उपलब्ध कराई जा रही है।
अनुदानित दर पर किसानाें काे मिल रहा सरसाें का बीज
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन याेजना अंर्तगत शत प्रतिशत अनुदान पर 96 क्विंटल सरसाें का बीज जिले काे प्राप्त हुआ है। इसका वितरण प्रखंड तकनिकी प्रबंधकाें के माध्यम से किया जा रहा है। अबतक 6.7 क्विंटल सरसाें बीज का वितरण किया जा चुका है। किसानाें काे बीज प्राप्त करने में हाे रही परेशानी सरकार की ओर से लैम्पस व पैक्स क माध्यम से किसानाें काे अनुदानित पर बीज वितरण किया जा रहा है।
बताया गया कि बीज का वितरण पारदर्शी तरीके से नहीं हाेने के कारण इसे प्राप्त करने में परेशानी हाे रही है। हालांकि बीज वितरण करने में पारदर्शिता काे लेकर विभाग पहले किसानाें का निबंधन अनिवार्य किया हुआ है। बावजूद प्रखंडाें में कुछ चुनिंदा किसानाें काे ही इसका लाभ मिलने की शिकायतें मिल रही है।
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