देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लगातार चौथे दिन कोविड मामलों की संख्या में कमी आई है। मुंबई में मंगलवार को कोरोना मरीजों की पॉजिटिविटी रेट 28% से गिरकर 18.7% पर आ गई है। सोमवार को टेस्टिंग अधिक होने के बावजूद केस कम आये हैं। सोमवार को 13,648 नए केस दर्ज हुए थे, जबकि मंगलवार को 11,647 केस आए। इनमें से 9,667 (83%) में कोई लक्षण नहीं है। सोमवार को पॉजिटिविटी रेट 23.03% था। मंगलवार को कोरोना से 2 मरीजों की जान गई।
इस बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बुधवार को कहा कि शहर में ओमिक्रॉन केस अब कम हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी 2021 से अभी तक जितने भी लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें 94% लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
जल्द स्थिर हो सकती है तीसरी लहर: एक्सपर्ट
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शहांक जोशी ने कहा कि मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है और कोविड-19 की तीसरी लहर जल्द स्थिर हो सकती है। जोशी ने आगे कहा कि हमें इन आंकड़ों में और गिरावट की उम्मीद है। डॉ शशांक जोशी ने आगे कहा कि बीते दिनों रिपार्ट में 25% की पॉजिटिविटी रेट दिखाई दी थी। हम उन संख्याओं में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं। डॉ शशांक जोशी के अनुसार बीते तीन से चार दिनों में, उन्होंने एक प्रवृत्ति देखी है, जो बताती है कि मामलों की संख्या तीन कारणों से कम हो सकती है।
कम केस आने के पीछे यह हो सकता है कारण
क्या 'संडे इफेक्ट' की वजह से कम हुए केस
महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। मुंबई में कम मरीजों के मिलने को जानकार ‘संडे इफेक्ट’ का नाम दे रहे हैं। वहीं, कुछ विशेषज्ञ इसे अच्छा संकेत मान रहे हैं। मुंबई में सोमवार को संक्रमण के मामलों में 30% की गिरावट दर्ज की गई है। शहर में 13 हजार 468 नए मरीज मिले हैं। रविवार को यह आंकड़ा 19 हजार 474 तक पहुंच गया था।
7 जनवरी से कम हो रहे हैं आंकड़े
कोरोना के आंकड़ों के अनुसार, 7 जनवरी से ही मुंबई में मामलों में गिरावट जारी है। शुक्रवार को शहर में 20 हजार 971 मरीज मिले थे, जो शनिवार 8 जनवरी को कम होकर 20 हजार 318 पर आ गए। रविवार को यह आंकड़ा 19 हजार 474 पर था। सोमवार को नए संक्रमितों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई। यह गिरावट 13 हजार 648 पर आ गई।
BMC ने कोरोना से जंग में खर्च किए 3,000 करोड़
कोरोना के खिलाफ जंग में बृहन्मुंबई महानगर पालिका का खर्च लगभग 3,000 करोड़ तक पहुंच गया है। BMC ने एक बार फिर इमरजेंसी फंड से 300 करोड़ रुपए निकालने की मांग की है। प्रशासन ने इस संबंध में एक प्रस्ताव मंजूरी के लिए स्थायी समिति के पास भेजा है। इससे पहले भी इमरजेंसी फंड से 400 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
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