पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में 9 जनवरी की रात को हुए भीषण अग्निकांड में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी। इसको लेकर उद्धव सरकार ने एक जांच कमेटी भी बनाई थी। इस कमेटी ने गुरुवार को अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसके बाद हॉस्पिटल के तीन डॉक्टर्स और एक नर्स को निलंबित कर दिया गया है।
सरकार ने भंडारा जिले के सर्जन डॉक्टर प्रमोद खंडाटे, मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अर्चना मेश्राम, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुशील अंबाडे, नर्स ज्योति भारस्कर को उनकी सेवाओं से निलंबित कर दिया है। वहीं अवर सर्जन डॉक्टर सुनीला बडे का तबादला भी कर दिया गया है। इसके साथ ही सरकार की ओर से प्रदेश के हर जिला अस्पताल में 15 दिन के अंदर हेल्थ ऑडिट कराने का ऐलान भी किया गया है।
बेबी वार्मर से निकली चिंगारी थी आग का कारण
50 पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर अस्पताल स्टाफ ने अपने कार्य में थोड़ी सी भी तत्परता और समन्वय दिखाया होता तो इस भयानक हादसे को रोका जा सकता था। बेबी वार्मर से निकली चिंगारी के कारण न्यू बॉर्न केयर यूनिट में आग लगी थी। इससे मौके पर तीन बच्चों की मौत जलने से हुई, जबकि 7 बच्चे दम घुटने के कारण मारे गए थे। वहीं मौके पर वार्ड में इंस्पेक्शन के लिए न तो कोई नर्स मौजूद थी और ना ही नाइट राउंड के लिए कोई डॉक्टर।
कर्मचारी की गैर मौजूदगी की वजह से बड़ी हुई आग
जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा भी किया गया है कि अस्पताल के कर्मचारियों की गैर मौजूदगी के कारण हादसे के बाद उन जरुरी क्षणों में जरूरी कदम नहीं उठाए जा सके और हालात बेकाबू हो गए। इसके साथ ही कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि अस्पताल में मौजूद स्टाफ को इस तरह के हालात से निपटने के लिए कोई जरुरी ट्रेनिंग नहीं दी गई है जिसके कारण हालात खराब से बद्तर होते गए। वहीं खबरों की मानें तो अब हेल्थ कमिश्नर डॉक्टर रामास्वामी की कमेटी ने स्टाफ को इस तरह के हालात से निपटने के लिए एक जरुरी किन्तु व्यापक ट्रेनिंग देने की सिफारिश भी इस रिपोर्ट में की है।
अनिल देशमुख ने जांच का किया था ऐलान
इसके पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बीते 9 जनवरी को ही कहा था कि भंडारा के जिला अस्पताल में लगी आग के कारणों का पता लगाने के लिए National Fire Service College और नागपुर के वीआईएनटी (Nagpur VNIT) के विशेषज्ञों की टीम जांच करेगी। इसके साथ ही जांच के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और गृह मंत्री अनिल देशमुख ने हेल्थ कमिश्नर डॉक्टर रामास्वामी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई थी।
पॉजिटिव- आपकी सकारात्मक और संतुलित सोच द्वारा कुछ समय से चल रही परेशानियों का हल निकलेगा। आप एक नई ऊर्जा के साथ अपने कार्यों के प्रति ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। अगर किसी कोर्ट केस संबंधी कार्यवाही चल र...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.