पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को ‘महा विश्वासघाती अघाड़ी सरकार’ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे धोखे से मुख्यमंत्री बने हैं। बता दें कि शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने अपने दो साल पूरे कर लिए हैं। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने भी दावा किया था कि मार्च में भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रही है।
जावड़ेकर ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को ‘धोखा’ देने के लिए सीएम ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘उद्धव ठाकरे एक्सीडेंटल चीफ मिनिस्टर हैं। वे धोखेबाजी से मुख्यमंत्री बने हैं।
रविवार को जावड़ेकर ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे सरकार ने आज दो साल पूरे कर लिए हैं। हमने इससे ज्यादा भ्रष्ट, मौका परस्त और जन विरोधी सरकार राज्य में नहीं देखी। उन्होंने अपना नाम महाविकास अघाड़ी रखा है। मैं उन्हें महा विश्वासघाती अघाड़ी नाम देना चाहता हूं। उन्होंने लोगों को धोखा दिया है और राजनीति का अपराधिकरण किया है।’
उद्धव बने 'सबसे भ्रष्ट सरकार' के मंत्री
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों ने 2019 विधानसभा चुनाव में शिवसेना-भाजपा को अपना वोट दिया था, लेकिन शिवसेना ने राज्य की ‘सबसे भ्रष्ट सरकार’ का मुख्यमंत्री बनने के लिए प्रतिद्विंदी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस से हाथ मिलाना चुना। मतदाताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था। लेकिन उन्होंने धोखा दिया और मोदी विरोधियों के साथ गठबंधन कर लिया।’ इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के कई मौजूदा औऱ पूर्व मंत्रियों पर नाम लिए बगैर आरोप लगाए।
इशारों में अजित पवार पर साधा निशाना
जावड़ेकर ने कहा, ‘एक बड़ा मंत्री है, जिसके घर पर आयकर विभाग ने रेड की। 1000 करोड़ से ज्यादा रुपये बेनामी संपत्ति के रूप में मिली। एनसीपी से एक अन्य मंत्री को इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उन्होंने विह्सलब्लोअर पर हमला किया था। एक तीसरा मंत्री है, जिसने मुंबई में 1993 सीरियल बॉम्ब ब्लास्ट में शामिल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से सस्ते दामों पर जमीन खरीदी है।’ उन्होंने कहा, ‘जब शरद पवार रक्षा मंत्री थे, तब दाऊद का एक साथी भारतीय वायुसेना के विमान में उनके साथ बैठा था। महाराष्ट्र के लोग उन्हें सत्ता में वापस नहीं लाए।’
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