सामुदायिक पुलिसिंग को लेकर जिले के थाना बखतगढ़ और सोण्डवा के ग्राम मथवाड और ग्राम चनोटा में कार्यक्रम किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने मथवाड व चनोटा के लोगों के बीच समय बिताया व ग्रामीणों से रुबरू हुए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला, पुरूष व बच्चे उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक सिंह का आत्मीयता से सम्मान कर उनसे खुलकर बात की।
जन जागृति अभियान के तहत ग्रामीण जनों को प्रचलित कुरीतियों के संबंध में जागरूक किया गया। यातायात के नियमों, 18 वर्ष से कम की आयु में भागकर शादी करने, शराब का सेवन न करने, महिला हेल्पलाइन, ऊर्जा महिला डेस्क के बारे में जानकारी देकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
समाज में अच्छा माहौल व वातावरण का निर्माण करने के लिए एक पहल
सभी विषयों पर पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों से रुबरू होकर चर्चा की और अध्ययनरत छात्रों को ड्रॉप आउट न करते हुए पढ़ाई आगे जारी रखने संबंधी प्रोत्साहित किया गया। अलीराजपुर पुलिस के ओर से ग्रामीणों से अपील कि गई कि वह अपने सामाजिक स्तर को और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक जागरूक रहे। महिलाएं, बुजुर्गों का सम्मान करें, बच्चों को पढ़ाए और जो भी बुराई, जिससे कि समाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हो उसे त्याग करें। जिससे समाज में अच्छा माहौल व वातावरण का निर्माण होगा।
जन जागृति अभियान का उद्देश्य जिले में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास, डाकन प्रथा व समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान को लेकर ग्रामीण जनता के मध्य जाकर चौपाल व खाटला बैठक के माध्यम से समझाइश दी गई। साथ ही शिक्षा के स्तर में सुधार हो, इसे काफी हद तक दूर किया जा सकता है। जिसके लिए अलीराजपुर पुलिस की ओर से विगत 6 महीने से लगातार जन जाग्रति अभियान चलाया जा रहा है।
नवाचार की दिशा में जन जागृति अभियान के माध्यम से किए जा रहे प्रयास
ग्रामीण क्षेत्र में शराब-ताड़ी के सेवन से आवेश में आकर हत्या, अपहरण, बलात्कार व छेड़छाड़ जैसे गंभीर अपराध घटित होते हैं। जिससे ग्रामीण परिवार आर्थिक व सामाजिक रूप से काफी प्रभावित होता है, इसपर नियंत्रण लाना चाहिए।
ग्रामीण अंचल में भयमुक्त व स्वच्छ वातावरण निर्मित करने के उद्देश्य से शासन की मंशानुरूप अलीराजपुर पुलिस के ओर से विगत 6 महीनों से दूर दराज क्षेत्रों में ग्रामीणों के मध्य जाकर जन जागृति अभियान वृहद स्तर पर संपूर्ण जिले में चलाया जा रहा है।
चौपाल का आयोजन कर ली जा रही खाटला बैठक
साथ ही पुलिस अधीक्षक की ओर से दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर चौपाल का आयोजन कर खाटला बैठक ली जा रही है। जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरूष व बच्चे उपस्थित होते है। चौपाल मे उपस्थित ग्रामीणों से स्थानीय भाषा में रुबरू संवाद कर जनता की समस्या सुनी जाती है।
शराब व ताड़ी का सेवन नहीं करने के लिए किया जागरूक
जन जागृति अभियान के तहत अलीराजपुर पुलिस की ओर से चौपालों के माध्यम से शराब ताड़ी का सेवन नहीं करने, महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और उनके प्रति सम्मान की भावना रखने, बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया जा रहा है। जिससे सामाजिक स्तर में सुधार लाया जा सकें व एक स्वच्छ समाज का निर्माण हो सकें।
इसी प्रकार जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी व थाना प्रभारियों की ओर से भी जन जागृति अभियान के तहत सप्ताह में दो दिवस दूरस्थ ग्रामों के स्कूलों में जाकर ग्रामीण बच्चों को पढ़ाया जा रहा है और इन्हें एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास व महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना रखने के लिए जाग्रत किया जा रहा है।
जन जागृति अभियान से प्राप्त परिणाम
जन जागृति अभियान के चलाए जाने के पश्चात से ग्रामीण जनता में जन जागरूकता और पुलिस के प्रति विश्वास बढा है। ग्रामीण महिलाओं के ओर से भी उन पर होने वाले अत्याचारों के प्रति जागरूकता बढ़ी है व अत्याचारों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए पुलिस का सहयोग ले रही है। जिससे पुलिस के ओर से ऐसी घटनाओं पर तत्परता से कार्रवाई की जा रही है। जन जागृति अभियान के परिणामस्वरूप महिलाओं पर घटित अपराधों में कमी आई है।
जिसमें मुख्यत गतवर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में अपहरण 43%, आत्महत्या 25%, दहेज प्रताड़ना 29%, बलात्कार 20% व छेड़छाड़ के अपराधों में 46.42% प्रतिशत की कमी होकर महिला संबंधी अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण जन जाग्रति माध्यम के ओर से किया गया है। समाज में महिलाओं को पुरूष के बराबर सम्मान के प्रति आमजन में जागरूकता निर्मित हुई है।
जन जागृति अभियान की बैठक लेने का निर्देश
पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रकार की सामुदायिक पुलिसिंग आगे भी जारी रहेगी और दुरस्थ गांवों में जाकर उनसे चर्चा कर जागरूकता का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जिससे कि एक अच्छा वातावरण तैयार होने से सभी तरह के होने वाले अपराधों में स्वत कमी आएगी और जब गांव का विकास होगा तो संपूर्ण जिले का विकास होगा। सभी थाना प्रभारियों को सप्ताह में दो बार जन जागृति अभियान की बैठक रखने के लिए निर्देशित किया गया है।
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