कतार में लगकर महिलाओं ने की शीतला माता की पूजा:व्यवस्था के लिए मंदिर परिसर को बैरिकेड लगाकर दो हिस्सों में बांटा

आलीराजपुर9 दिन पहले
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दर्शन के लिए मंदिर से सड़क तक महिलाओं की कतार थी। - Dainik Bhaskar
दर्शन के लिए मंदिर से सड़क तक महिलाओं की कतार थी।

घर में शांति की कामना के लिए महिलाओं ने मंगलवार को शीतला माता का पूजन किया। भीड़ अधिक होने से महिलाओं को दर्शन करने में मशक्कत का सामना करना पड़ा। हालांकि व्यवस्था ना बिगड़े इसलिए मंदिर परिसर में बैरिकेड लगाकर दो हिस्सों में बांटा गया था। मध्य रात्रि से शुरू हुआ दर्शन का सिलसिला शाम तक चलता रहा। राक्सा रोड पर शीतला माता मंदिर में दर्शन के लिए कतार लगी रही। नगर का एक मात्र मंदिर होने से दिनभर भीड़ रही। मंदिर के बाहर महिलाओं की भारी भीड़ के कारण मंदिर में एक साथ प्रवेश नहीं दिया गया।

व्यवस्थाएं संभालने के लिए मुख्य द्वार पर महिला पुलिस की तैनाती की गई थी। पूजा की थाली सिर पर रखकर महिलाएं कतार में लगी रही। भीतर मंदिर में पूजन स्थल पर ठंडा खाना भोग के रूप में महिलाएं चढ़ा रही थी। भीड़ से बचने के लिए कई महिलाएं तो रात 12 बजे से ही मंदिर के लिए घर से निकल गई थीं। वहीं मंदिर प्रांगण में महिलाओं ने पूजन के बाद कथा भी सुनी। इसके अलावा नगर से पांच किमी दूर स्थित मालवई में भी महिलाएं पूजा करने पहुंची।

पुरुषों ने भी किए दर्शन :
बड़ी संख्या में पुरुष, युवकों और बालिकाओं ने भी मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। महिला व पुरुषों के लिए दर्शन के लिए अलग-अलग गेट बनाए गए थे। महिलाएं मुख्य द्वार से व पुरुष वर्ग के लिए मंदिर के पिछले द्वार से इंट्री की व्यवस्था थी। इस दौरान मंदिर के बाहर मेले सा माहौल था। वहीं मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं के लिए शरबत व पेयजल की व्यवस्था टैंट लगाकर की गई थी। यातायात पुलिस ने जाम से बचने के लिए मंदिर से कुछ दूरी पर खेत में वाहनों की पार्किंग करवा दी थी। वहीं मंदिर के अंदर और परिसर में महिला आरक्षक व्यवस्था संभाल रही थी।

परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने लगाए बैरिकेड
मंदिर परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने करीब 100 मीटर एरिया में बैरिकेड लगाकर महिलाओं को प्रवेश देने के लिए 3 हिस्से किए थे। इन्हीं में से होकर महिलाएं मंदिर तक पहुंची।

महिलाओं ने की पूजा-अर्चना
शीतला माता की पूजा करने के लिए महिला एवं पुरुष आम्बुआ से एक किलोमीटर दूर पहुंचे। यहां रात 12 बजे से पूजा के लिए महिला-पुरुष पहुंचने लगे थे। शीतला माता मंदिर जंगल में होने के कारण पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रजापत समाज द्वारा एक दिन पूर्व शीतला माता मंदिर में सजावट के साथ टैंट लगाकर लाइटिंग की गई थी। भक्तों के लिए बैठने एवं पानी आदि की व्यवस्था समाज द्वारा की गई थी। पूजा के बाद लोगों ने एक-दूसरे को शीतला सप्तमी की शुभकामनाएं भी दी।

माताजी को ठंडा भोग लगाया
शीतला सप्तमी पर महिलाओं ने सुख-समृद्धि के लिए शीतला माता का पूजन कर ठंडे पकवान का भोग लगाया। मध्य रात्रि के बाद पूजन का दौर शुरू हो गया था। प्रजापत समाज द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टैंट व बैरिकेड लगाए थे। सुरक्षा के लिए महिला पुलिस तैनात रही।

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