अनूपपुर जिले के बम्हनी गांव के बरगी टोला में मंगलवार को मातम पसरा रहा। इस गांव के एक घर से कल तक तीन साल की बेटी गायत्री के खिलखिलाने की आवाज आती थी, लेकिन आज इसमें सन्नाटा है।
इस सन्नाटे की वजह है खुद गायत्री का बाप संतराम। वो संतराम, जो अपनी साली के साथ रहने के लिए हैवान बन गया। अपनी ही बेटी का गला घोंट दिया। कल तक वह गांव के लोगों के बीच सीधा सादा आदमी था, लेकिन अब उसकी पहचान हत्यारे और हैवान की बन गई है।
भाई के साथ रह रही साली
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि संतराम अपनी पत्नी को छोड़कर साली को साथ रखना चाहता था। साली को इस बात पर ऐतराज था। साली संतराम के छोटे भाई हरवंश के साथ रहना चाहती थी। संतराम के छोटे भाई की पत्नी पिछले साल उसे छोड़कर चली गई थी, तब से संतराम की साली हरवंश के साथ रह रही है।
बेटी से बहुत प्यार करता था
संतराम ने पास के ही पहाड़ पर सोमवार को अपनी बेटी को ले जाकर हत्या कर दी। गांव के लोगों की मानें तो संतराम का एक बेटा और एक बेटी है। बेटा बड़ा है। बेटी से उसका बहुत लगाव था, लेकिन उसने भाई और पत्नी के साथ झगड़े में बेटी की बलि चढ़ा दी।
हत्या के बाद से गायब है संतराम का भाई
संतराम बेटी की हत्या के बाद उसे शॉल से ढंककर गोद में लिए खुद ही पुलिस थाने पहुंचा। यहां जुर्म कबूल कर लिया। छोटा भाई हरवंश मंगलवार को गांव में दिखाई नहीं दिया। गांव वाले भी उसके बारे में बताने से कतराते रहे। राजेंद्र ग्राम थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुझे अंदेशा होता, तो बेटी को साथ ले जाती
संतराम की पत्नी प्रेमवती ने बताया कि मैं सुबह अपने पति और बेटी के साथ घर का राशन लाने के लिए मायके जा रही थी। पति ने कहा- तुम आगे चलो, मैं आ रहा हूं। वह बेटी के साथ घर में ही रुक गया। मैं मायके पहुंच गई, तो फोन पर पता चला कि पति ने बेटी की हत्या कर दी। मैं सुनकर हैरान रह गई। जरा सा भी अंदेशा होता, तो बेटी को भी साथ ले जाती।
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