अशोकनगर में शुरू हुई चलित लाइब्रेरी:600 किताबों की लाइब्रेरी को राज्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी, GPS से होगी ट्रैक

अशोकनगर4 महीने पहले
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स्कूली छात्र-छात्राओं का किताबों की ओर रुझान बढ़ाने के लिए नई पहल की गई है। बच्चे अधिक किताबें पड़े। इसके लिए जिले में चलित लाइब्रेरी शुरू की है। इस लाइब्रेरी में 600 से अधिक किताबें रखी हैं। गुरुवार को राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव, विधायक जजपाल सिंह जज्जी कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में चलित पुस्तकालय को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है।

यह पहल जिला पंचायत सीईओ नेहा जैन के द्वारा की गई है। इसके लिए किताबें जनभागीदारी से एकत्रित किया है। चलित पुस्तकालय को हरी झंडी दिखाने से पहले जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने अपना उद्बोधन दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि आज के समय में ज्यादातर बच्चे मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं। जिसकी वजह से किताबों का रुझान लगातार कम होता जा रहा है। किताबों की ओर रुझान बढ़ाने के लिए यह शुरुआत की है इस तरह की शुरुआत प्रदेश भर में केवल अशोकनगर में हुई है। जिसके बाद चलित पुस्तकालय का अवलोकन किया।

जीपीएस से कनेक्ट, एक स्कूल में 3 घंटे रुकेगी

लाइब्रेरी सबसे पहले विदिशा रोड स्थित बरखेड़ा जागीर गांव पहुंचेगी। इसी तरह से यह लाइब्रेरी लगातार तीन महीने तक चलेगी और एक स्कूल में 2 से 3 घंटे तक रुकेगी। इस दौरान वहां के बच्चे किताबें पढ़ सकेंगे। लाइब्रेरी कौन से स्थान पर है और कितने समय तक रुक रही है, इसके लिए जीपीएस लगाया है। इसी से लाइब्रेरी पर नजर रखी जाएगी। लायब्रेरी में हिंदी अंग्रेजी एवं बच्चों के लिए खेलकूद के सामान भी रखे हैं। जिस बस को चलित लाइब्रेरी बनाई गई है, उसे पेंट किया है। बच्चों का इस ओर रुझान अधिक है।

3 महीने का प्लान किया है

अशोकनगर कलेक्टर, आर.उमा महेश्वरी का कहना है कि जिला प्रशासन अशोकनगर द्वारा विकास यात्रा 2013 के उपलक्ष में किताब गाड़ी की शुरुआत की है। यह मोबाइल लाइब्रेरी है, जो हर स्कूल में जाएगी। बच्चों को किताब का महत्व बताने एवं रुझान बढ़ाने चालू लाइब्रेरी चालू की है। अभी 3 महीने का प्लान किया है। आगे रिस्पांस मिलने पर बढ़ाने की सोचेंगे। इसमें बच्चों के लिए सभी आवश्यक पुस्तक हैं।