राजघाट बांध के सीजन में पहली बार पूरे 18 गेट खोल दिए गए हैं अट्ठारह गेट से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है । ऊपरी इलाके में तेज बारिश होने के बाद बांध का जलस्तर बढ़ गया था, इस वजह से सोमवार की रात के समय अट्ठारह गेट खोलने पड़े हैं । सुबह तक बांध से 1 लाख 74 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था । लेकिन जल स्तर अधिक बढ़ने की वजह से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा है साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने सावधान रहने हेतु मुनादी भी कराई है ।
एमपी यूपी बॉर्डर पर बने राजघाट बांध के 18 गेट खुलने के बाद एमपी और यूपी को जाने वाले पुल पर 10 फीट से अधिक पानी आ गया है । जिसकी वजह से दोनों ओर से आने जाने वाले लोगों को रोक दिया गया है । चंदेरी से 15 किलोमीटर दूर राजघाट बांध है, बांध से 1 किलोमीटर पहले ही पुलिस के द्वारा उस ओर जाने वाले वाहनों को रोका गया है जिसके बाद दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गए हैं । राजघाट बांध के सीजन में चौथी बार गेट खुले हैं, लेकिन इस बार बांध के पूरे गेट खोल दिए गए हैं ।
सतर्क रहने हेतू कराई मुनादी
ऊपरी इलाके में तेज बारिश होने के बाद राजघाट के बांध से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है इसकी वजह से प्रशासनिक अधिकारियों ने आसपास के इलाकों में मुनादी करते हुए सभी को अलर्ट किया है कि कोई भी बहते हुए पानी के आसपास ना जाए और पानी के आसपास सेल्फी लेने के प्रयास ना करें अपने जानवरों को भी राजघाट से बहने वाले पानी से दूर रखें ।
बता दे, दो दिन पहले ही आजादी अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा का संदेश देते हुए राजघाट बांध के गेट पर तिरंगे के रंग की रोशनी लगाई गई थी । इस दौरान सभी गेटों से कम कम पानी छोड़ा जा रहा था । लेकिन शाम के समय तालाब का जलस्तर बढ़ा उस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में लोग तिरंगे के रंग में बह रहे पानी का नजारा देखने पहुंचे थे ।
केथन में पड़ा पानी
कैथन नदी का भी जलस्तर बढ़ने लगा है । बहादुरपुर के आस-पड़ोस के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है । सुबह के समय से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है बीते वर्ष नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद बहादुरपुर के निचली बस्ती में पानी भर गया था वहीं कई गांवों में पानी में डूब गए थे, जो गांव पानी में डूबे थे नदी का जलस्तर बढ़ने से अब वह दहशत में आ गए हैं ।
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