बिजली कंपनी के आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारी 21 जनवरी से हड़ताल पर हैं। इसका असर अब क्षेत्र में भी दिखने लगा है। क्षेत्र के बड़गांव और आसपास के क्षेत्र में तीन दिन से बिजली गुल है। इससे किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। उनकी फसलें सूखने का डर है। इसके अलावा चाचरिया में 12 घंटे बिजली प्रदाय बंद रहने से लोग परेशान हुए।
बड़गांव क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से बिजली बंद है। इसे लेकर भारतीय किसान संघ ने बुधवार को बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री को ज्ञापन देकर बिजली सप्लाई शुरू करने की मांग की। ज्ञापन के अनुसार बड़गांव और आसपास के क्षेत्र में पिछली तीन दिनों से बिजली सप्लाई पूरी तरह बंद है। बिजली बंद होने के कारण किसान गेहूं, चने सहित अन्य फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। इससे फसलें सूखने लगी है। पूर्व में भी किसानों को दी जाने वाली 10 घंटे की बिजली भी पूरे समय नहीं दी जा रही थी। वहीं कम वोल्टेज मिलने से भी काफी दिक्कतें होती है।
इसके पूर्व भी इस संबंध में अवगत करवाने पर कोई सुधार कार्य नहीं किया गया। अब पूरी तरह से बिजली बंद पड़ी है। बिजली विभाग का कोई भी कर्मचारी जानकारी नहीं दे रहा है और न ही फोन उठा रहा है। भारतीय किसान संघ ने बिजली संबंधित समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन देने के दौरान भारतीय किसान संघ तहसील अध्यक्ष नीलेश शर्मा, विशाल मंडलोई और ग्रामीण मौजूद रहे।
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने दिया धरना
मप्र आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारी संगठन के आह्वान पर नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर सेंधवा के करीब 100 आउटसोर्स कर्मचारी 21 जनवरी से हड़ताल पर हैं। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से सेंधवा डिवीजन के विद्युत वितरण केंद्रों पर काम प्रभावित होने लगा है। वहीं नियमित कर्मचारियों पर खासा दबाव आ गया है। अधिकारी और कर्मचारी लगातार सेवाएं दे रहे हैं।
वहीं अधिकारियों को ऑपरेटिंग जैसे काम निपटाने पड़ रहे हैं। सेंधवा में मंडी शेड किले में आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया और मांगों को लेकर अभी करो अर्जेंट करो हमको परमानेंट करो, मामा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी..., हम सब एक है..., हमारी मांगें पूरी करो..., शिवराज मामा होश में आओ... जैसे नारे लगाए।
फॉल्ट ढूंढने में लगे 3 घंटे चाचरिया में मंगलवार रात 11 बजे बिजली प्रदाय बंद हो गया। सुबह 11 बजे बिजली प्रदाय सुचारू हुआ। लंबे समय तक बिजली सप्लाय बंद रहने के कारण ग्रामीणाें को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सुधार कार्य में समय लगा। लाइनमैन धरमपाल ने ग्रामीणों की मदद से तीन घंटे में फॉल्ट ढूंढा। सुरानी गांव में हुए फॉल्ट को सुधारा गया।
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