प्रतिमाह 10 हजार रुपए मानदेय सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर जिले की आशा, उषा कार्यकर्ता ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार से प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा ठाकरे, जिलाध्यक्ष शबाना शेख के नेतृत्व में आशा व उषा कार्यकर्ता जिला उद्योग कार्यालय केंद्र के सामने हड़ताल पर बैठ गईं। जिला अध्यक्ष शबाना शेख ने बताया मांगें पूरी नहीं होने से आशा- उषा कार्यकर्ताओं में सरकार के प्रति आक्रोश है।
देश की अधिकांश आशा कार्यकर्ता केवल 2 हजार रुपए मासिक अल्प वेतन में काम कर रही हैं। जबकि आंध्र प्रदेश की राज्य सरकार 8000 रुपए अपनी ओर से मिला कर आशाओं को अतिरिक्त वेतन दे रही है, लेकिन मप्र सरकार पिछले 16 वर्षों से आशा को कुछ भी नहीं दे रही। जब तक मांगें पूरी नहीं हाेंगी हड़ताल जारी रहेगी।
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