दो दिन पहले मोहदा थाना इलाके में हुई अधेड़ की हत्या का खुलासा हो गया है। गांव के ही तीन लोगों ने जादू टोने के शक में उसकी पीटकर हत्या कर दी थी और लाश जंगल में ले जाकर फेंक दी थी। उन्हें लाश फेंकते हुए देखने वालों की तस्दीक पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को 12 मार्च को रात 3 बजे डायल-100 पर मारपीट कर हत्या करने के संबंध में इवेंट प्राप्त हुआ था। मौके पर डायल -100 स्टाफ पहुंचा तो मौके पर गांव मोहदा के छोटू बटके की लाश पड़ी हुई थी।
जांच में यह हुआ खुलासा
ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद पता चला कि छोटू बटके 12 मार्च को करीब 11 बजे उसके घर से जानवरों को पानी पिलाने के लिए समलू के घर के सामने टाका में लेकर गया था। मृतक के भाई ने बताया कि जानवर पानी पीकर पर वापस आ गए, लेकिन मेरा भाई घर नहीं पहुंचा। करीब शाम 6 बजे उसकी भाभी रूनिया ने खेत में जाकर बताया कि तुम्हारे भैया 11 बजे जानवरों को पानी पिलाने समलू के घर के सामने टाका में गया था, जो अभी तक घर वापस नहीं आए, तो मैं भी उसे ढूंढने लगा करीब 12 बजे रात तक ढूंढा पर वह नहीं मिला। भूतपूर्व सरपंच धन्नू धुर्वे को बताया तो उसने बोला की उसको खेत, जंगल मे ढूंढो। मेरा भतीजा दिनेश, धरमू, सत्यनारायण, ढूंढते हुए जंगलू मर्सकोले के खेत तरफ जा रहे थे कि जंगल के खेत मे टॉर्च की लाइट दिखाई दी। हम चारों ने वहां जाकर देखा तो रामदास सलामे, उसका काका जुगराम सलामे, उसका लड़का संतोष तीनो मेरे भाई छोटू को जान से मारकर उसकी लाश को उठाकर फेंकने के लिए जंगल की तरफ ले जा रहे थे। तीनों ने हमको देखकर मेरे भाई छोटू बटके की लाश को फेंककर भागने लगे तो हमने दौड़कर जुगराम सलामे को पकड़ लिया। दो लोग रामदास, संतोष भाग गए।
मोहदा पुलिस द्वारा तीनों आरोपी को घेराबंदी कर अपनी अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी रामदास के द्वारा लकड़ी से मारपीट करना और गला दबाकर हत्या करना बताया। उसके साथ चाचा जुगराम एवं संतोष के द्वारा जंगल में लाश को फेंकने के लिए ले जाना स्वीकार किया।
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