बैतूल में चार दिन पहले खून से सनी एक कुएं में मिली महिला की लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में महिला के प्रेमी को गिरफ्तार किया है। जिसने एक अन्य व्यक्ति के साथ महिला को देखने के बाद पत्थर से लहूलुहान कर उसकी हत्या कर दी और लाश कुएं में फेंक दी थी।
आठनेर पुलिस को पिछले 9 मई को जानकारी मिली थी कि पुसली में सुखदेव नरवरे के खेत के कुंए में गांव की सुनीता की लाश पड़ी है। कुंए के पास खून, टुटी चुड़ियां व मोबाइल पड़ा है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतिका सुनीता के पुत्र महेश धुर्वे पिता मुन्ना धुर्वे (18) से लाश की तस्दीक करवाई। महेश ने बताया कि उसकी मां 8 मई की सुबह काम करने गांव में गई थी। वह खुद चंडी मंदिर चिचोली गया था। रात को लौटा तो उसकी मां घर पर नहीं थी। उसने गांव में ढूंढा पर वह नहीं मिली। दूसरे दिन गांव के मिथलेश ने फोन करके बताया कि तेरी मम्मी सुखदेव नरवरे के खेत के कुंए में डूबी हुई पड़ी है। जाकर देखा तो मम्मी ओधे मुंह कुंए में गिरी थी।
ऐसे खुला हत्या का राज
विवेचना के दौरान गवाहों के बयान और संदेह के आधार पर मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर संदेही ओमप्रकाश पिता भीमराव राउत जाति गायकी (34) निवासी ग्राम सिरखेड़ घाट अमरावती थाना मुलताई से पूछताछ की गई। जिसका मृतिका के घर आना जाना था। घटना दिनांक को भी संदेही ओमप्रकाश पुसली आया था। संदेही ओमप्रकाश को अभिरक्षा में लेकर हिकमतमली से पूछताछ की गयी। जिसने बताया कि वह अपनी पत्नि निर्मिला से करीबन 1 वर्ष से अलग रह रहा है। वह पुसली मायके में रह रही है। वह पुसली के पेट्रोल पंप पर काम करता था। इसी बीच उसकी पहचान ग्राम पुसली की सुनीता धुर्वे से हो गयी थी। 1 साल से सुनीता के घर पर आने जाने से उससे संबंध थे।
8 मई को उसने लड़के प्रफुल्ल को पुसली छोड़ा । पैदल वापस पेट्रोल पंप की ओर आते समय सुनीता व तुकाराम को बातचीत करते सुखदेव नरवरे के खेत तरफ जाते इसी हुए दिखा था। सुनीता के तुकाराम से भी संबंध थे। जो आरोपी को बिल्कुल पसंद नहीं था, रंजिश के कारण ओमप्रकाश ने सुनीता को फोन करके सुखदेव नरवरे के खेत तरफ बुलाया। जहां कुंए के पास दोनो में झगड़ा हुआ। आरोपी ने कुंए के पास पडे़ पत्थर से सुनीता के सिर में मारा। जिससे वह गिर गई तो उसे ऊठाकर कुंए में फेंक दिया और उसका थैला व कपडे़ भी फेंक दिया।
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