गोरमी स्थित रामनाथ सिंह होम्योपैथी कॉलेज की मान्यता को लेकर निरीक्षण दल बुधवार की दोपहर को पहुंचा। यह दल के सदस्यों के साथ कॉलेज संचालक पिता-पुत्र ने गाली गालौज की। एसडीएम को धक्का देकर काॅलेज से बाहर निकाला। जब मौके पर टीआई पहुंचे तो उन्हें भी दबंगई दिखाई। इसके बाद पुलिस ने कॉलेज संचालक पिता-पुत्र पर एफआईआर दर्ज करते हुए हवालात भेज दिया।
गौरतलब है कि रामनाथ सिंह होम्योपैथी काॅलेज को बीते सालों से मान्यता न मिलने पर न्यायालय में एक याचिका कॉलेज प्रबंधन की ओर से लगाई गई थी। बुधवार की दोपहर मध्य प्रदेश शासन की ओर से काॅलेज की मान्यता को लेकर निरीक्षण दल भेजा गया था। यह निरीक्षण दल में मेंहगांव SDM विजय राय, आयुष विभाग, भोपाल से रीडर राजीव सेंगर और शासकीय स्वशासी आयुर्वेद विभाग के रीडर डॉ जाहिद उर रहमान शामिल थे।
यह दल जैसे ही कॉलेज पहुंंचा तो काॅलेज संचालक शिवनारायण कुशवाह और उनका पुत्र सच्चिदानंद कुशवाह से आवश्यक दस्तावेजों को मांगा। निरीक्षण दल के सदस्य राजीव सेंगर का आरोप है कि दोनों पिता-पुत्र ने दस्तावेज उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया। बिना निरीक्षण किए वापस जाने को कहा।
इस पर टीम के सदस्यों ने कहा कि यदि आप निरीक्षण नहीं कराना चाहते हो तो लिखित में दीजिए। जिससे कोर्ट में निरीक्षण दल अपनी रिपोर्ट पेश कर सके। यह बात सुनकर कॉलेज संचालक शिवनारायण कुशवाह भड़क गया और गाली गालौज करने लगे। इसके बाद SDM विजय राय ने विरोध किया तो धक्का देकर कॉलेज से बाहर निकालने लगा।
इसके बाद हम दोनों सदस्यों ने एसडीएम के साथ अभद्रता देखकर विरोध जताया तो कॉलेज संचालक शिवनारायण ने मारपीट के लिए हाथ उठाना चाहा, तभी एसडीएम का गनर भी आ गया, जिसने उन्हें रोका। इसके बाद पूरे मामले की जानकारी थाना प्रभारी गोरमी को दी गई। इसी समय कॉलेज संचालक कुशवाह ने एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि तुम्हें दो लाख दे दूं तो सब ठीक हो जाएगा।
टीआई से कॉलेज संचालक बोला- मुझे पता है कितनी रिश्वत देकर आए हो
कॉलेज में निरीक्षण दल के साथ हुई अभद्रता की जानकारी पुलिस थाने में दी गई। इस पर टीआई मनोज राजपूत मौके पर आ गए। टीआई राजपूत के साथ भी शिवनारायण कुशवाह ने अभद्रता की और कहा कि कितनी रिश्वत देकर थाने में आए। यह बात मुझे पता है। जब टीआई ने आंखें दिखाई और कहा चलो थाने तब पुन: बोला तुम्हें नौकरी करना भुला दूंगा। इसके बाद बड़ी तादाद में पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। दोनों पिता-पुत्र को शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में पकड़ते हुए हवालात पहुंचाया। पुलिस ने निरीक्षण दल की शिकायत पर दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली।
इसलिए मान्यता अटकी
निरीक्षण दल के सदस्यों के मुताबिक बीते सालों इस कॉलेज का इंस्पेक्शन करने के लिए दिल्ली और भोपाल की आयुष विभाग की टीम पहुंची थी। तब काॅलेज प्रबंधन ने टीम के सदस्यों को आवश्यक दस्तावेज न दिखाते हुए बंधक बना लिया था। करीब दाे घंटे बंधक बनाने के बाद छोड़ा था। इसके बाद से कॉलेज की मान्यता निरस्त की गई थी।
बीते दिनों शासन ने कोविड के चलते काॅलेजों की मान्यता रिन्यू कर दी। प्रदेश के पांच से छह कॉलेज ऐसे है जिनकी मान्यता रिन्यू नहीं की गई। बीते सोमवार को कॉलेज प्रबंधन द्वारा न्यायालय में रिट याचिका दायिर की गई थी। शासन के आदेश पर कॉलेज का निरीक्षण किया जाना था।
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