गौरी सरोवर के सौंदर्यीकरण को लेकर नगर पालिका द्वारा जहां सड़क, बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सरोवर में छाई जलकुंभी को निकाले का काम नपा कर्मचारियों ने शुरू कर दिया है। शुक्रवार को 50 नगर पालिका सफाई कर्मचारियों ने बड़ी मात्रा में गौरी सरोवर के अंदर जलकुंभी को बाहर निकाला। बता दें कि सरोवर के सौंदर्यीकरण के चलते एक माह पहले प्रशासनिक,नपा अधिकारियों सहित
एचओ राजवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गौरी सरोवर में छाई हुई जलकुंभी सप्ताह में दो दिन निकाली जाएगी। जिसके लिए नगर पालिका के सभी 12सफाई दरोगा को निर्देश दिए हैं। सरोवर की सफाई के लिए अगल से सफाई कर्मचारियों की नियुक्त नहीं की गई है। शहर के वार्डों में नियुक्त सफाई कर्मचारियों को ही इस काम में लगाया गया है। जलकुंभी के साथ गौरी सरोवर के पानी में तैर रहे कचरे को भी बाहर निकाला जाएगा।
जलकुंभी से जलीय जीवों को संकट
सरोवर के पानी में जलकुंभी छाई हुई होने से पानी जहरीला हो रहा है। जिससे जलीय जीवों का जीवन संकट में आ गया है। शहरवासियों का कहना है कि सरोवर में जलकुंभी छाने के पीछे मुख्य कारण गौरी में नालों का पानी जाना है। नालों का गंदा पानी गौरी सरोवर का पानी भी गंदा हो गया है और गंदे पानी में जलकुंभी आसानी से उग आती है।
वार्डों में रखें जाएंगे डस्टबिन
नगर पालिका द्वारा शहर के ऐसे वार्ड जो क्षेत्रफल के चलते काफी बड़े हैं, वहां पर डोर-टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले वाहन रोजाना नहीं पहुंच पाते हैं। उन वार्डों में एक से दो लोहे के डस्टबिन रखें जाएंंगे। एचओ राजवीर सिंह ने बताया कि 10से 12लोहे के डस्टबिन जो जर्जर हो गए हैं,उनकी हाल की मरम्मत कराई गई है। अब इन डस्टबिन को वार्डों में नपा रखने जा रही है।
रात को भी चलाया जा रहा अभियान
सफाई कर्मचारी बाजार में रात 8 बजे से 12 बजे तक सफाई कर रहे हैं। कचरे के उठाव के लिए लोडिंग वाहन भी लगाए गए हैं। नपा विधायक प्रतिनिधि सुनील वाल्मीकि बताते हैं कि दिन के समय बाजार में सफाई कार्य करना कर्मचारियों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है। जिसके चलते रात में अभियान चलाया जा रहा है।
50 कर्मचारी कर रहे सफाई
गौरतलब है कि गौरी सरोवर को साफ-सुथरा बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा एक बार फिर से जलकुंभी निकालने का काम बड़े स्तर पर शुरू किया गया है। जलकुंभी निकालने के लिए एचओ राजवीर सिंह ने 50 सफाई कर्मचारियों की टीम बनाई है। इस काम के लिए नपा के अन्य साधन और यंत्रों का उपयोग भी किया जाएगा।
सर्वेक्षण में अच्छी रैंक लाना है
"स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का सर्वे दो माह बाद होना है। इससे पहले शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए नपा टीम पूरा प्रयास कर रही है। इस बार अच्छी रैंक हासिल करना ही हमारा लक्ष्य है।"
-वर्षा वाल्मीकि, नपाध्यक्ष,भिंड
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