माल्टोडेक्स्ट्रिन+रिफाइंड+आरएम केमिकल+लिक्विड डिटर्जेन्ट=दूध…! यह सुनने में भले ही आपको अटपटा लगे लेकिन यही सच है। इन्हीं तीन सामग्रियों से दूध तैयार कर बेचा जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी खतरनाक है। चंबल से ही इस दूध को MP के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता है। इस दूध का लगातार सेवन करने से कैंसर, लीवर सहित हार्ट की गंभीर बीमारी हो सकती है। इसका खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान हुआ है। टीम ने कार्रवाई के दौरान पौने दो लाख रुपए का केमिकल जब्त करते हुए सैंपल जांच के लिए भोपाल भेज दिए हैं।
भिंड के मेहगांव के वनखंडेश्वर रोड स्थित महादेव मंदिर पर फूड अफसर रेखा सोनी और अवनीश गुप्ता ने स्थानीय प्रशासन व पुलिस जवानों के साथ अनुष्का डेयरी व उसके दो गोदामों पर छापामार कार्रवाई की। यहां से अफसरों को नकली दूध तैयार करने के लिए माल्टोडेक्स्ट्रिन पाउडर, रिफाइंड और कर्नल ऑयल मिला है। इन सब पदार्थों से दूध तैयार किया जाता था। फूड विभाग के अफसरों ने केमिकल को जब्त कर दूध डेयरी संचालक के खिलाफ FIR कराई।
कार्रवाई के दौरान डेयरी मालिक वासुदेव सिंह गोस्वामी माैके पर मौजूद मिले। सबसे पहले फूड सेफ्टी अफसरों डेयरी का लाइसेंस मांगा। डेयरी पर पंद्रह सौ लीटर दूध संग्रहित मिला। इस दूध को डेयरी संचालक गोस्वामी ने गाय और भैंस का मिश्रित दूध बताया। वासुदेव द्वारा डेयरी परिसर के पास स्थित जहन सिंह भदौरिया के मकान के ऊपरी तल पर एक-एक कमरा किराए पर लिया गया था। जिसे गोदाम बनाया गया था। इस गोदाम का निरीक्षण किया जाने पर बड़ी मात्रा में केमिकल मिला है।
चंबल के बाहर भी जा रहा है केमिकलयुक्त दूध
भिंड में केमिकल से बना दूध चंबल ही नहीं MP के कई बड़े शहरों में भी पहुंच रहा है। अभी तक यह मुरैना, ग्वालियर, श्योपुरकलां, गुना सहित छोटे-बड़े शहरों तक सीमित था। अब इन्होंने अपना दायरा भी बड़ा दिया है। त्योहार में इस केमिकल दूध का पनीर और मिठाई बनाने में भी उपयोग किया जाता है। अफसरों का भी मानना है कि भोपाल-इंदौर सहित अन्य शहरों में त्योहारों पर यहां से दूध और पनीर और मावा भी भेजा रहा है। इसलिए सालभर इन पर कार्रवाई की जाती है। इसके पहले भी कई बड़ी कार्रवाई की जा चुकी हैं, लेकिन इसमें फायदा अधिक होने से यह लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं।
पहले गोदाम में यह मिली सामग्री
पहले गोदाम पर मारे गए छापों में माल्टोडेक्स्ट्रिन पाउडर की दो बोरी, रिफाइंड पाम कर्नल आइल के तीन पैकेड व एक खुला कुल 47 KG, आरएम केमिकल 35 KG, लिक्विड डिटर्जेंट 20 KG, गैस स्टोव एक, सिलेंडर एक और मिक्सिंग मशीन एक मिली है।
दूसरे गोदाम में 160 KG केमिकल मिला
डेयरी संचालक गोस्वामी से फूड सेफ्टी व पुलिस अफसरों ने बातचीत की तो डेयरी संचालक ने दूसरे गोदाम की जानकारी दी। दूसरा गोदाम राजेश गली वार्ड क्रमांक 12 में स्थित रामनरेश त्यागी के मकान में होना बताया। इसके बाद फूड सेफ्टी व प्रशासनिक एवं पुलिस जवान ने दूसरे गोदाम का ताला खोला। यहां निरीक्षण करने पर कमरे के अंदर प्लास्टिक के आठ डिब्बे (टंकी) मिली। इन टंकियों में आरएम केमिकल भरा हुआ था। इन टंकियों (डिब्बों) में 160 किलोग्राम केमिकल भरा हुआ था।
1 लाख 65 हजार का माल जब्त
फूड सेफ्टी विभाग के अफसरों ने दूध डेयरी व दोनों गोदामों पर कार्रवाई के दौरान 1 लाख 65 हजार का माल बरामद किया है। वहीं फूड सेफ्टी अफसर रेखा सोनी की शिकायत पर डेयरी संचालक वासुदेव सिंह गोस्वामी के खिलाफ मेहगांव थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। डेयरी परिसर में संग्रहित दूध एवं गोदामों में संग्रहित अपद्रव्यों माल्टोडेक्स्ट्रिन पाऊडर, रिफाइंड पाम कर्नल ऑयल, लिक्विड डिटर्जेन्ट, आरएम केमिकल के नमूने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत नियमानुसार लिए गए एवं गोदामों में रखे अपद्रव्यों को नियमानुसार जप्त किया गया।
20 से 25 रुपए में तैयार हो जाता है एक लीटर नकली दूध
केमिकल से दूध को तैयार करने में 20 से 25 रुपए प्रति लीटर का खर्चा आता है, जबकि 50 से 60 रुपए के बीच में बिकता है। इस दूध को ज्यादातर त्योहारी सीजन या शादी विवाह समारोह के दौरान इकट्ठा खपाया जाता है। गतवर्ष भिंड में STF ने कार्रवाई की थी, तब यह खुलासा हुआ था कि सीजन के समय एक एक दिन में तीन टैंकर से ज्यादा दूध तैयार होता था। उस समय भी यह बात सामने आई थी कि यहां पर बना हुआ दूध MP के अन्य हिस्सों में भी भेजा जाता है।
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