गुना। जिले के राघोगढ़ इलाके से युवक के अपहरण के मामले में पुलिस ने युवक को बरामद कर लिया है। वह पुलिस को राजस्थान के बारां जिले में मिला। खेत पर काम करने के दौरान युवक का अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद उसके परिजनों से 9 लाख रुपये की फिरौती की मांग की जा रही थी। युवक ने अपहरणकर्ताओं के नाम भी पुलिस को बताए हैं। पुलिस अब उनकी तलाश में लग गयी है।
राघोगढ़ इलाके के आवन गांव की रहने वाली विद्याबाई लोधा(45) ने 10 दिसंबर को जंजाली चौकी पहुंचकर बताया था कि शाम को वह तथा उसका बेटा हरवीर लोधा(25) उसके जेपी कालेज के पास स्थित खेत पर काम कर रहे थे। इस दौरान हरवीर खेत से घर जाने का बोलकर चला गया। रात तक भी वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश की। उसके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद आ रहा था। उनकी सूचना पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने युवक की खोजबीन शुरू की। थाना प्रभारी अवनीत शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम लगाई गई। इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि युवक को राजस्थान के बांरा जिले के हरनावदा इलाके के जंगलों मे कुछ बदमाशों ने बंधक बना कर रखा हुआ है। जानकारी मिलने पर राघोगढ़ थाने से पुलिस टीम हरनावदा थाना अंतर्गत पहुंची। वहां मुखबिर द्वारा बताए गए संभावित स्थानों पर युवक की तलाश में दबिश दी। पुलिस की दबिश की जानकारी लगने पर बदमाश युवक को जंगल मे ही छोड़कर भाग गए। युवक जैसे-तैसे वहां से हरनावदा थाने पहुंच गया। वहां से युवक को बरामद कर पुलिस राघोगढ़ लेकर आई।
9 लाख की मांगी फिरौती
युवक ने पुलिस को पूरे मामले की आपबीती सुनाई। उसने बताया कि 10 दिसंबर की शाम को जब वह अपने खेत से घर जा रहा था, तो रास्ते में सुजालगढ के पास एक कार से आये 5-6 लोगों ने उसे जबरदस्ती गाडी में बैठाकर ले गये। राजस्थान के हरनावदा के जंगलों में उसे बंधक बनाकर रखा गया। उसे छोडने के बदले मे 09 लाख रुपये की फिरोती की मांग की गई। उसने बताया कि मेघराज लोधा, मनोज स्वीपर, रामचंद्र लोधा द्वारा उसका अपहरण किया गया था। ये सभी राजस्थान के बारां जिले के रहने वाले हैं। इनके साथ दो और लोग थे, जिनके नाम उसे नहीं पता। उसके बयानों के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम उनकी तलाश में जुट गई है।
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