इतिहास बना, हाईस्कूल में 100 फीसदी विद्यार्थी पास:स्कूल स्तर पर हुई परीक्षाओं में 50 और 30% अंक जोड़कर तैयार किया प्रतिशत

गुना2 वर्ष पहले
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कोरोना संक्रमण की वजह से बोर्ड परीक्षा का परिणाम भी इतिहास में दर्ज हो गया। 14 जुलाई का दिन कोई नहीं भूलेगा। पहले परीक्षा परिणाम आने से पहले उम्मीदों की उड़ान, डर और कई तमाम उथल-पुथल बच्चों के मन में चलती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। सामान्य वातावरण के बीच 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हो गया, जितने स्टूडेंट ने परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरे थे, वह सभी पास हो गए।

लॉटरी प्राइवेट तौर पर परीक्षा में शामिल होने वाले 2141 स्टूडेंट की लगी, क्योंकि इनका कभी 20 से 25 फीसदी से अधिक परिणाम नहीं आता है। इस बार यह सभी पास हो गए। नियमित स्टूडेंट के लिए जरूरी कुछ सिद्धांतों का पालन हुआ, उनके तिमाही या छमाही और प्री-बोर्ड के अंकों का आधार बनाकर प्रतिशत दिया गया। जिले में कई स्कूलों के बच्चों को 98 से 99 फीसदी तक अंक मिले हैं।

कोविड महामारी की वजह से रद्द हुई थी परीक्षा : लोकल परीक्षाओं के साथ-साथ बोर्ड परीक्षाएं भी कोविड महामारी की वजह से रद्द कर दी गई थीं। यही वजह है कि बिना परीक्षा के ही परिणाम घोषित हुआ। जिले में 16311 विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरा था। बोर्ड ने परीक्षा परिणाम जारी कर सभी को उत्तीर्ण घोषित किया है। इसमें 2141 स्टूडेंट प्राइवेट तौर पर परीक्षा में शामिल होने वाले भी हैं।

65 से 100 प्रतिशत पर : गत वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में 65 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। सिर्फ 4 पेपर ही हो पाए थे, बीच में ही परीक्षाएं रद्द हो गई थीं। इस वजह से छूटी हुई परीक्षाओं को छोड़कर बेस्ट 5 की जगह 4 का फार्मूला लगाकर परिणाम घोषित हुआ तो 14 प्रतिशत परिणाम बढ़ा था। इस बार बिना परीक्षा के शत प्रतिशत पर आंकड़ा छू गया।

उत्कृष्ट विद्यालय में 214 स्टूडेंट प्रथम श्रेणी : उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य आसिफ खान ने बताया कि उनके स्कूल में पंजीकृत स्टूडेंट में से 214 प्रथम श्रेणी में आए हैं। 6 को द्वितीय और 2 को तृतीय श्रेणी मिली है।
इस सिद्धांत को अपनाया : नियमित स्टूडेंट के लिए अंक का निर्धारण करने के लिए तिमाही या छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा के अंकों को आधार बनाया। तिमाही या छमाही परीक्षा में प्राप्त विषयवार सबसे अधिक अंक का 50 प्रतिशत, इसी तरह प्री-बोर्ड का 30 प्रतिशत और आंतरिक मूल्यांकन के 20 प्रतिशत अंकों से ही रिजल्ट तैयार किया गया है।

आगामी तैयारी के लिए बना रहे हैं योजना

  • परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद हमने सभी प्राचार्य से कहा है कि वह समीक्षा करें। कोविड की वजह से इस बार तो परीक्षाएं नहीं हुईं, लेकिन आगामी तैयारी बेहतर ढंग से हो। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। -अशोक पवार, डीईओ