मध्यप्रदेश में संक्रमण से मौतों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। 7 दिन से हर दिन औसत 6 मौतें रिपोर्ट हो रही हैं। एक दिन में 7 संक्रमितों की मौत रिपोर्ट हुई है। इंदौर में 3, भोपाल, छिंदवाड़ा, ग्वालियर और जबलपुर में 1-1 मौत रिपोर्ट हुई है। जबलपुर में दो और मौतें हुई हैं। अभी इसे रिपोर्ट में नहीं लिया गया। 7 दिन में कोरोना से 33 संक्रमित जान गंवा चुके हैं। ग्वालियर में 33 साल की संक्रमित महिला ने दम तोड़ दिया।
24 घंटे में प्रदेश में 9451 नए केस सामने आए। तीसरी लहर में पहली बार राजधानी भोपाल ने इंदौर को पीछे छोड़ा। प्रदेश में सबसे ज्यादा 2024 केस भोपाल में मिले। इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में नए मामलों में कमी आई। इंदौर में 1963, जबलपुर में 840 और ग्वालियर में 411 केस मिले। 24 घंटे के अंदर इंदौर में सबसे ज्यादा 702 केस घटे हैं। इससे पहले 23 जनवरी को प्रदेश में 10 हजार 585 नए पॉजिटिव केस मिले थे। 6 की मौत हुई थी।
प्रदेश में 16 और 17 जनवरी को कोरोना से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं हुई थी, लेकिन इसके बाद लगातार सात दिन से मौतें हो रही हैं। 18 जनवरी को 2, 19 जनवरी को 1, 20 जनवरी को 4, 21 जनवरी को 5, 22 जनवरी को 8, 23 जनवरी को 6 और 24 जनवरी को 7 संक्रमितों की मौत हुई।
हर उम्र के संक्रमित
कोरोना से संक्रमित होने वाले हर उम्र के लोग हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल भी संक्रमित हुए हैं। इंदौर में ओमिक्रॉन के नए स्ट्रेन के 21 लोग पॉजिटिव मिले हैं।
यहां भी मिले केस
आगर-मालवा में 12, अलीराजपुर में 3, अनूपपुर में 95, अशोकनगर में 47, बालाघाट में 52, भिंड में 3, बुरहानपुर में 4, छतरपुर में 28, छिंदवाड़ा में 95, दतिया में 76, देवास में 83, गुना में 48, हरदा में 45, झाबुआ में 72, कटनी में 81, खंडवा में 80, मंदसौर में 22, मुरैना में 26, नरसिंहपुर में 70, नीमच में 35, निवाड़ी में 64, पन्ना में 38, रीवा में 89, सतना में 99 केस मिले। मंडला और डिंडौरी में 24 घंटे के अंदर एक भी केस नहीं मिला।
ये भी पढ़िए:-
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.