मध्यप्रदेश के इंदौर में दो मंजिला बिल्डिंग में आग लगने से 7 लोग जिंदा जल गए। इस हादसे ने सभी झंकझौर दिया है। भोपाल में भी हर रोज एवरेज 5 से 6 आगजनी की घटनाएं होती हैं, लेकिन आबादी के हिसाब से निगम के पास आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं है। फाइटर फाइटर गाड़ियां और हाइड्रोलिक मशीन की कमी है। इंदौर हादसे से सबक लेते हुए निगम अब 52 मीटर ऊंची हाइड्रोलिक मशीन और 5 फायर फाइटर खरीदेगा। वहीं, कंट्रोल रूम भी शिफ्ट करेगा।
हालांकि, हाइड्रोलिक और फायर फाइटर खरीदने के लिए निगम पहले से तैयारी कर रहा है। सभी संसाधन जल्दी आ जाए, इसमें तेजी लाई जाएगी। फायर ऑफिसर रामेश्वर नील ने बताया, नए संसाधन खरीदने के लिए पहले से प्रपोजल बन चुका है। जल्द ही हाइड्रोलिक और फायर फाइटर आएंगे। इसके बाद ऊंची बिल्डिंगों में लगी आग बुझाने में मदद मिलेगी।
93 लाख में खरीदेंगे फायर फाइटर्स
निगम 93 लाख रुपए से 5 फायर फाइटर्स खरीद रहा है। वहीं, करीब पांच करोड़ रुपए से 52 मीटर हाइड्रोलिक फाइटर खरीदने का प्रस्ताव है। पुराने शहर के फतेहगढ़ में मौजूद फायर स्टेशन कंट्रोल रूम को भी शिफ्ट किया जाएगा। नया कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है।
अभी ये मौजूद है संसाधन
भोपाल में अभी 32 फायर फाइटर है। इनमें से 4 से 5 गाड़ियां रोज वीआईपी आयोजन में तैनात रहती हैं। न्यू मार्केट व आदमपुर छावनी में भी एक-एक गाड़ी अस्थायी फायर स्टेशन बनाकर तैनात की गई है। वहीं, 11 फायर स्टेशन है। मुख्य स्टेशन फतेहगढ़ कंट्रोल रूम है। 300 फायरकर्मी रोज आग बुझाने की मशक्कत करते हैं।
कई बार 12-13 तक होती है आगजनी
शहर में गर्मी के दिनों में कई बार आगजनी की घटनाओं का आंकड़ा 12 से 13 तक पहुंच जाती है। 6 मई को 7 जगह पर आग की घटनाएं हुई थीं। आग को तत्काल काबू में ले लिया गया था।
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