प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती जारी है। इसे लेकर बुधवार को कृषि मंत्री कमल पटेल और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की फोन पर बातचीत का वीडियो वायरल हो गया। गुरुवार को सरकार में खलबली मची रही। दरअसल, वीडियो में पटेल ये कह रहे हैं कि किसानों को बिजली नहीं मिली तो वे हमें निपटा देंगे। सुबह जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने पटेल से आगे से ऐसे बयान नहीं देने को कहा।
इसके बाद तो मंत्री कमल पटेल के सुर बदल गए। उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि बिजली संकट खत्म हो गया है। कटौती बंद हो गई है। किसानों की सरकार में बिजली संकट नहीं होने देंगे। पटेल ने कहा कि 12 लाख हेक्टेयर पर मूंग को बचाने के लिए फोन किया था। 10 घंटे से कम बिजली पर बात की थी। अफसर गड़बड़ करते हैं। अघोषित मत काटो। हम किसान पहले हैं, मंत्री बाद में हैं।
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किसान बोले- 6 घंटे ही मिल रही बिजली
कृषि मंत्री भले ही कटौती बंद होने का दावा करें, लेकिन हरदा और होशंगाबाद जिले के किसानों को अभी 6 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। गुनौरा के किसान जगदीश गौर ने बताया कि यहां कभी भी कटौती कर दे रहे हैं। डूड़िया घाट के कामद सिंह ने बताया कि 6 घंटे की बिजली में भी कई बार फॉल्ट होने से कटौती कर रहे हैं। इससे सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। जबकि बिजली कंपनी के जीएम बीबीएस परिहार का दावा है कि अप्रैल में समस्या थी। क्षेत्र वार सिस्टम में 10 घंटे बिजली दे रहे हैं। कुछ क्षेत्र में ओवरलोडिंग है। वहां 8 से 9 घंटे बिजली दे पा रहे हैं।
वीडियो में ये बातचीत
वीडियो में कृषि मंत्री कहते दिख रहे हैं कि भाई मेरे हरदा और होशंगाबाद में 4000 करोड़ रु. की मूंग की फसल खड़ी है। बिजली कटौती बंद करके जो 10 घंटे बिजली मिल रही है, वो तो दिलवा दो यार..। ऊर्जा मंत्री तोमर ने बिजली दिलाने का आश्वासन दिया है।
फिर कृषि मंत्री पटेल ऊर्जा मंत्री को बताते हैं कि मैंने एमडी को बताया है। आप टाइट करके और बोल दो। लोड सेटिंग के नाम पर बहुत काटते हैं। वो लोड सेटिंग नहीं करें। हरदा और होशंगाबाद में। ठीक है भाई। बता दें कि नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बिजली कटौती के कारण मूंग की फसल पर असर पड़ रहा है।
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