पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में शनिवार दोपहर हुई कॉलेज काउंसिल की बैठक हंगामेदार रही। इसमें शामिल विभिन्न विभागों के एचओडी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत आए पैसे के बंटवारे को लेकर चर्चा की, लेकिन एक राय नहीं बन पाने के कारण बैठक बिना किसी नतीजे के ही खत्म करनी पड़ी।
दरअसल, 2018 से चल रही आयुष्मान भारत योजना के तहत यहां के डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसके तहत जीएमसी को 18 करोड़ से ज्यादा का फंड मिला है। इस पैसे का कुछ अंश उक्त योजना के तहत मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर और सहयोगी स्टाफ को दिया जाता है।
जनवरी से पहले तक यह पैसा उन्हीं डॉक्टरों को दिए जाने का प्रावधान था, जो प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करते हैं, लेकिन जनवरी में इस नियम में संशोधन करते हुए मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टरों को उक्त योजना का लाभ दिए जाने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में ऐसे प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर 2018 से उक्त राशि में हिस्सेदारी मांग रहे हैं, जबकि प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करने वाले डॉक्टरों का तर्क है कि आदेश जारी होने के बाद से ही उनको लाभ दिया जाए।
शासन को लिखेंगे पत्र और लेंगे राय
हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने बताया कि बैठक में मामला नहीं सुलझा। फिर निर्णय लिया गया है कि जीएमसी की ओर से शासन को पत्र लिखकर राय ली जाए कि उक्त पैसे का वितरण किस आधार पर किया जाए।
पॉजिटिव- आज ग्रह गोचर और परिस्थितियां आपके लिए लाभ का मार्ग खोल रही हैं। सिर्फ अत्यधिक मेहनत और एकाग्रता की जरूरत है। आप अपनी योग्यता और काबिलियत के बल पर घर और समाज में संभावित स्थान प्राप्त करेंगे। ...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.