मध्यप्रदेश में जिला पंचायतों की तस्वीर साफ होने लगी है। दंगे वाले खरगोन में BJP का जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना लगभग तय है। बालाघाट में दो दशक बाद कांग्रेस का अध्यक्ष बनेगा, लेकिन मंदसौर में BJP के बराबर सीटें जीतकर भी कांग्रेस को मायूस होना पड़ा। अध्यक्ष के लिए कांग्रेस आरक्षित वर्ग से एक भी प्रत्याशी नहीं जिता पाई। आइए जानते हैं, कहां क्या रही स्थिति...
सागर में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का भतीजा हारा
मंत्री भूपेन्द्र सिंह, गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह राजपूत सागर जिले से आते हैं। 26 सीट वाली जिला पंचायत में BJP वार्ड से जीत चुकी है। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाई निर्विरोध चुने गए हैं, जबकि उनका भतीजा हार गया। अब अध्यक्ष के लिए जोर-आजमाइश शुरू हो गई है। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते चार प्रत्याशी लोधी समाज से आते हैं, जो केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के करीबी बताए जा रहे हैं। तीन गोपाल भार्गव के खास हैं। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष तृप्ति सिंह के भतीजे सरबजीत सिंह लोधी भी दावेदार हैं।
खरगोन में BJP बनाएगी जिला सरकार
रामनवमीं जुलूस के दिन दंगे की आग में जल चुके खरगोन में इस बार BJP का अध्यक्ष बनेगा। 26 वार्ड में से 14 BJP, 8 कांग्रेस और 4 निर्दलीय जीते हैं। निर्दलीय भी BJP के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं।
मंदसौर में कांग्रेस के पास अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी ही नहीं
सबसे दिलचस्प परिणाम मंदसौर में आया है। 17 जिला पंचायत सदस्यों में BJP-कांग्रेस को 8-8 सीटें मिली हैं। एक निर्दलीय की जीत हुई है। मतलब निर्दलीय के वोट से परिणाम तय होगा, लेकिन कांग्रेस के सामने मुश्किल ये है कि उसके 8 सदस्यों में एक भी प्रत्याशी महिला OBC नहीं है। अध्यक्ष का पद महिला OBC के लिए आरक्षित है।
छिंदवाड़ा में निर्दलीय बिगाड़ रहे गणित
छिंदवाड़ा में जिला पंचायत के 26 वार्ड में से 12 में कांग्रेस, 11 में BJP, 2 में निर्दलीय और एक वार्ड में गोंगपा समर्थित प्रत्याशी की जीत हुई है। दोनों निर्दलीय में एक कांग्रेस तो दूसरा BJP का बागी हैं। अब यहां कांग्रेस के साथ BJP भी अध्यक्ष बनाने का दम भर रही है। छिंदवाड़ा में भाजपा के जितने भी सदस्य निर्वाचित हुए हैं, एक भी अध्यक्ष पद के आरक्षण की पात्रता में नहीं आता। यहां सीट SC है और भाजपा का एक भी SC कैंडिडेट चुनाव नहीं जीत सका।
दमोह में निर्दलीय तय करेंगे अध्यक्ष
दमोह जिला पंचायत में कौन अपना अध्यक्ष बनाएगा, ये निर्दलीय तय करेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के संसदीय क्षेत्र की इस जिला पंचायत में कांग्रेस ने 5 वार्ड में, BJP ने 4 वार्ड में जीत दर्ज की है, जबकि 6 निर्दलीय जीते हैं।
खंडवा में BJP को बागी की जरूरत
16 सदस्य वाली खंडवा जिला पंचायत में BJP 8 सीट, तो कांग्रेस ने 6 पर जीत दर्ज की है। दो BJP के बागी जीते हैं। यहां अध्यक्ष पद SC के लिए आरक्षित है। BJP से बागी होकर जीती कंचन तनवे ने खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा के करीबी सरोज डिंडोरे को हराया है। BJP के सामने तनवे मजबूरी बन गईं। यहां मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह को उपाध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी है।
धार में जयस के गढ़ में BJP ने लगाई सेंध
धार में जिला पंचायत सदस्यों की 28 सीट हैं। जिले से कांग्रेस के 4 विधायक हैं। बावजूद इसके कांग्रेस 10 प्रत्याशी जिता सकी। जबकि, BJP के 13 प्रत्याशी जीते हैं। 5 वार्ड में अन्य प्रत्याशी जीते हैं। ये ही तय करेंगे कि यहां कौन अध्यक्ष बनेगा।
एक का गढ़ ढहा, तो दूसरे ने गढ़ वापस लिया
दिग्विजय के गढ़ राजगढ़ में 18 वार्ड में से 9 में कांग्रेस के समर्थक जीते हैं। BJP को 5 वार्ड में जीत मिली है। 4 निर्दलीयों के कब्जे में हैं। पिछली बार अध्यक्ष की कुर्सी पर BJP का कब्जा था।
बालाघाट में 27 सीटों में से 14 पर कांग्रेस
बालाघाट जिला पंचायत पर दो दशक से BJP का कब्जा था। इस बार 27 सीटों में कांग्रेस ने 14, BJP और निर्दलीय ने 6-6 और एक सीट गोंगपा ने जीती है। ये क्षेत्र पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और आयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे का गढ़ माना जाता है।
अशोकनगर में एक परिवार का कोई बनेगा अध्यक्ष
PM मोदी भले ही परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए खतरनाक मानते हों, लेकिन अशोकनगर में BJP को एक परिवार के ही किसी सदस्य को अध्यक्ष बनाना होगा। 11 सीट वाले जिला पंचायत में BJP 7, कांग्रेस 3 और एक निर्दलीय की जीत हुई है। BJP के 7 सदस्यों में तीन एक ही परिवार के मां, बेटा व बहू हैं। अब पूर्व विधायक स्व. देशराज सिंह की पत्नी बाईसहाब यादव, उनके बेटे यादवेंद्र यादव और बहू अलका यादव में कोई एक अध्यक्ष बनेगा।
CM के जिले में BJP बागियों की शरण में
CM शिवराज सिंह के गृह जिले सीहोर में जिला पंचायत के 17 वार्डों में से बीजेपी-कांग्रेस समर्थित 7-7 प्रत्याशी जीते हैं। दो बीजेपी के बागी जीते हैं और एक प्रजातांत्रिक दल का प्रत्याशी है। ऐसे में अध्यक्ष बनाने के लिए BJP अपने बागियों की शरण में है।
कटनी में किन्नर बन सकती है जिला पंचायत अध्यक्ष
कटनी में 14 वार्ड में से 7 BJP के खाते में आई है। ये SC महिला के लिए आरक्षित है। 14 सीटों में SC महिला के लिए दो सीट ही आरक्षित थी, दोनों बीजेपी जीत चुकी है। अब किन्नर माला मौसी या सुनीता मेहरा में से कोई अध्यक्ष बनेगा।
यहां निर्दलीय तय करेंगे अध्यक्ष
मंडला की 16 सीटों में 5 बीजेपी, 4 कांग्रेस, 3 गोंगपा और 4 निर्दलीय जीते हैं। वहीं, शहडोल की 14 सीटों में सबसे अधिक 5 निर्दलीय और कांग्रेस-बीजेपी 4-4 सीटें जीत पाई हैं। एक सीट गोंगपा के खाते में गई है। ऐसे में दोनों जगह अध्यक्ष तय करने में लिए निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे।
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