कोविड पेशेंट हेल्प डेस्क ने ब्लैक फंगस के मरीजों को ऐसे मुश्किल वक्त में फ्री में एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन उपलब्ध कराए, जब न अस्पताल से उन्हें मिल रहे थे, न ही बाजार में थे। सबसे ज्यादा मुश्किल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के साथ थी। वे 7000 का इंजेक्शन ब्लैक में 15000 रुपए का कैसे खरीदें।
ऐसे हालात से जूझ रहे 20 से ज्यादा मरीजों को कोविड पेशेंट हेल्प डेस्क ने नि:शुल्क इंजेक्शन उपलब्ध कराए। यह इंजेक्शन शहर और आसपास के लोगों की ओर से की गई आर्थिक मदद से ही उपलब्ध हुए हैं। अभी भी एम्स में ब्लैक फंगस के 20 मरीज भर्ती हैं। इन्हें इंजेक्शन की कोई परेशानी न हो, इसके लिए फंड जुटाया जा रहा है। अब तक एकत्रित दान राशि करीब ढाई लाख रुपए से मरीजों को इंजेक्शन दिए जा चुके हैं।
फंड का उपयोग कहां-कैसे हो रहा, पूरी तरह पारदर्शी है...हेल्प डेस्क की ओर से जुटाए जा रहे फंड का उपयोग कहां-कैसे किया जा रहा है, इसका पूरा सिस्टम पारदर्शी है। फंड का उपयोग दो तरह से होता है।
रोज की जरूरत के हिसाब से जुटाते हैं फंड
जितने मरीजों को जितने इंजेक्शन की जरूरत होती है, उसी हिसाब से रोज दान राशि जुटाई जाती है। अभी मरीज कम हंै, ऐसे में दान भी कम ही लिया जा रहा है। अभी 11 जुलाई को 3 मरीजों को इंजेक्शन दिए गए थे।
टीम में 20 वॉलेंटियर...इंजेक्शन के लिए लोगों को परेशान होते देखा तो बनाई हेल्प डेस्क
कोविड पेशेंट हेल्प डेस्क में 20 वॉलेंटियर हैं। इनमें शामिल सागर जैन, दिव्या चटर्जी, निहाल जावंदिया, भारती जैन, दीपक पटेल, उत्कर्ष भदौरिया, शादाब खान व प्रखर सक्सेना ने बताया कि एम्स में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन के लिए परेशान होना पड़ रहा था, यह देखकर हम लोग आगे आए और हेल्प डेस्क बनाई। इसके लिए लोगों ने आगे आकर मदद की। कई ब्लैक फंगस मरीजों के परिजनों ने भी पैसा दान किया हैं। मदद के हाथ आगे बढ़ाने के लिए 7999145919 पर संपर्क कर सकते हैं।
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