राजधानी में वैक्सीनेशन अभियान अब धीमा हो गया है। बुधवार को भी महज 2603 डोज लगाए गए, यह भी दूसरे जिलों की मदद से जुगाड़कर। हालांकि अच्छी बात यह रही कि बुधवार को मप्र के 21 जिलों में वैक्सीन नहीं होने के कारण जीरो वैक्सीनेशन हुआ और भोपाल टीम ने जीरो कैटेगरी में शामिल होने से खुद को बचा लिया।
अब गुरुवार के लिए जिला टीकाकरण टीम को कोविशील्ड के 30 हजार डोज मिल गए हैं। इसके लिए कुल 70 सेंटर बनाए गए हैं। वहीं कोवैक्सीन का केवल एक सेंटर नवीन गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल में बनाया है। यहां सिर्फ 300 डोज लगेंगेे। कोविशील्ड के जहां फर्स्ट और सेकंड दोनों डोज लगाए जाएंगे तो वहीं कोवैक्सीन का केवल सेकंड डोज ही उपलब्ध रहेगा।
20 हजार को सेकंड डोज का इंतजार
भोपाल में अब हर दिन करीब 20 हजार को सेकंड डोज की जरूरत पड़ रही है, क्योंकि 3 से 10 अप्रैल के बीच करीब सवा लाख लोगों को फर्स्ट डोज लगाए गए थे। इनमें से 80 हजार लोग कोविशील्ड वाले हैं, जिनके 84 दिन पूरे हो गए हैं। इस हिसाब से अब प्रतिदिन सिर्फ 20 हजार को सेकंड डोज की जरूरत होगी। इनके अलावा अभी करीब 5 हजार लोग हैं, जिन्हें 84 से 90 दिन हो गए हैं और सेकंड डोज नहीं लग पाई है।
आज के लिए पर्याप्त डोज आ गए हैं...
अभी हमें कोविशील्ड के 30 हजार डोज मिले हैं, इसलिए इनके दोनों डोज बराबर लगाए जाएंगे, लेकिन कोवैक्सीन अभी हमारे पास उपलब्ध नहीं है। केवल 300 डोज एक ही सेंटर पर लगाई जाएंगी। -डॉ. उपेंद्र दुबे, जिला टीकाकरण अधिकारी, भोपाल शहर
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