भोपाल में एक डॉक्टर ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर मंगेतर को बदनाम करने की साजिश रची। इसके लिए उन्होंने अपने दोस्त को सुपारी दी। डॉक्टर ने अपने पिता को दोस्त से फोन कराकर कहलवाया कि मंगेतर का चाल-चलन ठीक नहीं है। वह बिगड़ी हुई है। जिसके बाद उनकी तरफ से लगुन फलदान (रिंग सेरेमनी) से दो दिन पहले शादी से इनकार कर दिया।
शादी से इनकार के बाद मंगेतर की तबीयत बिगड़ गई, उसके पिता को हार्टअटैक आ गया। लड़की वाले शादी का कार्ड तक छपवा चुके थे। साइबर सेल ने इस पूरी साजिश को बेनकाब किया। इसके बाद बजरिया थाना पुलिस ने तीनों के अलावा डॉक्टर के पिता को भी आरोपी बनाया है।
स्टेशन बजरिया इलाके में रहने वाली लड़की का रिश्ता ललितपुर (उत्तरप्रदेश) के रहने वाले हरिशंकर पटेरिया के बेटे डॉ. शिवम पटेरिया के साथ तय हुआ था। शिवम भोपाल में जॉब करता है। लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि रिश्ता तय होते समय शिवम, उसके पिता हरिशंकर पटेरिया ने 10 लाख की डिमांड की थी। उन्होंने 5 लाख रुपए एडवांस भी दे दिए थे। 26 अप्रैल 2022 को भोपाल में लगुन फलदान (रिंग सेरेमनी), जबकि 9 मई 2022 को शादी की डेट तय हुई थी।
इस खबर पर आप अपनी राय यहां दे सकते हैं।
ऐसे खुली पोल
24 अप्रैल को लड़के के पिता हरिशंकर ने लड़की के पिता को फोन किया। कहा कि उनके बेटे शिवम को शादी नहीं करने के लिए फोन पर धमकी दी जा रही है। इस पर लड़की के पिता ने कहा कि जिस मोबाइल नंबर से धमकी दी जा रही है, वो नंबर बता दो। लड़के के पिता ने मोबाइल नंबर, वॉट्सऐप पर दी गई धमकी की रिकॉर्डिंग की भी सेंड कर दी। इसके दूसरे दिन लड़की के पिता ने साइबर सेल में शिकायत कर दी। पुलिस की जांच में सामने आया कि नंबर विजित दास के हैं। पुलिस ने विजित को उठाया तो उसने सारा राज उगल दिया। बताया कि शिवम और उसकी गर्लफ्रेंड के कहने पर उसने ऐसा करने की सुपारी ली थी।
डॉक्टर की गर्लफ्रेंड ने रचा षड्यंत्र
पुलिस ने डॉक्टर शिवम पटेरिया, शिवम की गर्लफ्रेंड वरिया रॉबर्ट, शिवम के पिता हरिशंकर पटेरिया, विजित दास को आरोपी बनाया है। इनमें अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर अंकित बघेल ने बताया कि वरिया पैरामेडिकल स्टाफ में है। विजित भी मेडिकल डिपार्टमेंट से जुड़ा है।
पिता-बेटी अस्पताल में एडमिट
लड़की के भाई ने बताया कि शादी टूटने का पता चलते ही पापा को अटैक पड़ गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह बात जब बहन को पता चली, तो उसकी भी तबीयत बिगड़ गई। वह भी अस्पताल में एडमिट है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.