भोपाल में दो दिन से बारिश हो रही है। 24 घंटे में भोपाल जिले में 5 इंच पानी गिरा। शहर में 5.5, बैरसिया में पौने 6 इंच, नवीबाग, बैरागढ़ और कोलार में 5-5 इंच पानी गिरा। सीजन में पहली बार है जब भोपाल के सभी इलाकों में 5 इंच या इससे ज्यादा पानी गिरा है।
लगातार बारिश की वजह से भदभदा, कलियासोत और कोलार डैम के गेट खोलने पड़ गए। बड़ा तालाब भी लबालब है। सीजन में यह पहली बार है, जब कोलार डैम के सभी 8 गेट खोलने पड़े। भदभदा के 11 और कलियासोत डैम के सभी 13 गेट 24 घंटे से खुले हुए हैं।
भोपाल में 1 जून से अब तक 50 इंच पानी गिर चुका है। सामान्य तौर पर 25 इंच बारिश होती है। शहर में एमपी नगर से लेकर लिंक रोड नंबर-2, नेहरू नगर, भदभदा, सूरज नगर तिराहा, साक्षी ढाबा तिराहा, केरवा रोड, कलियासोत डैम, कोलार रोड, जेके रोड, शाहपुरा, हबीबगंज, सेकंड स्टॉप, पंजाबी बाग, रायसेन रोड, जहांगीराबाद, रोशनपुरा, रंगमहल चौराहा और लिंक रोड नंबर-1 पर पानी भर गया। कई कॉलोनियों में पानी भर गया। दैनिक भास्कर ने मौके पर जाकर कवरेज की, पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट...
पहले जानिए, बांधों का हाल...
सीजन में पहली बार कोलार डैम के सभी 8 गेट खुले
सीहोर जिले में लगातार अच्छी बारिश होने के कारण अब कोलार डैम छलकने लगा है। सोमवार दोपहर 12 बजे 8 में से 2 गेट खोल दिए गए थे, लेकिन लगातार बढ़ रहे पानी को देखते हुए मंगलवार सुबह सभी 8 गेट खोलना पड़े। कोलार डैम से राजधानी के करीब 50% हिस्से में वॉटर सप्लाई की जाती है। भोपाल में हर दिन करीब 15 करोड़ लीटर पानी सप्लाई होता है। इसका फुल टैंक लेवल 1516.40 फीट है।
भदभदा के कारण कलियासोत डैम के गेट खोलने पड़े
बड़ा तालाब का फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। 23 जुलाई को फुल टैंक लेवल होने के बाद भदभदा के गेट खोलने पड़े। अभी बड़े तालाब का पानी भदभदा पुल में लगातार आ रहा है। इसी पानी के प्रवाह को मेंटेन रखने के लिए मंगलवार को कलियासोत डैम के सभी 13 गेट खोले गए हैं।
भदभदा के 11 गेट से छोड़ा जा रहा पानी
बड़ा तालाब के वॉटर लेवल में बढ़ोतरी के बाद भदभदा डैम के सभी 11 गेट खोल दिए गए हैं। इस सीजन जुलाई में ही 6 साल बाद भदभदा के गेट खोले गए थे। इससे पहले 2016 में जुलाई के महीने में गेट खोले गए थे। ये भी संयोग है कि जुलाई 23 को 2016 में भदभदा के गेट खुले थे और इस साल भी 23 जुलाई को ही भदभदा के गेट सीजन में पहली बार खुले थे। इससे पहले 2002, 2003, 2006, 1999 और 1998, 1996 में भी भदभदा के गेट खोले गए थे। 2006 में तो भारी बारिश के चलते 23 बार भदभदा के गेट खोलने की स्थिति बनी थी। बता दें, केरवा डैम के 8 में से सभी गेट खुल गए। सीजन में पहली बार है जब केरवा के सभी गेट खुले हैं।
अब जानिए, सड़कों और मोहल्लों का हाल...
लिंक रोड समेत कई सड़कों पर भरा पानी
लिंक रोड नंबर-1 और 2 तालाब में तब्दील हो गईं। कई जगह इन सड़कों पर एक-एक फीट पानी भरा मिला। यही हालात अधिकांश सड़कों पर नजर आए। लिंक रोड नंबर एक पर अपेक्स बैंक से लेकर व्यापमं चौराहे तक जगह-जगह पानी भरा है। शाहपुरा लेक के सामने प्रशासन अकादमी हो या फिर छोला रोड, सिंधी कॉलोनी, सेफिया कॉलेज रोड सभी जगह बारिश के पानी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इन कॉलोनियों में ज्यादा परेशानी
सेमरा, करोंद, सिंधी कॉलोनी, कोलार की कई कॉलोनियां, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया की कई फैक्ट्रियां, जहांगीराबाद, इतवारा, हमीदिया रोड, निशातपुरा, एयरपोर्ट रोड और बाणगंगा समेत कई इलाकों में बारिश के पानी ने मुसीबत बढ़ा दी। हालांकि, नगर निगम की मानें तो शहर में जलभराव की ज्यादा स्थिति नहीं बनी। कहीं से भी पानी बहुत ज्यादा भरने या पेड़ गिरने की शिकायत नहीं आई।
सड़कें उखड़ीं ...गिरकर घायल हो रहे लोग
बारिश के कारण राजधानी की सड़कों की हालत खराब हो गई। जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। रायसेन रोड से लेकर पुल बोगदा, जहांगीराबाद, बागणंगा रोड, टीटी नगर और रंगमहल चौराहे में जगह-जगह सड़कों पर गड्ढों के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। बारिश का पानी गड्ढों में भरने से वाहन चालक खास तौर पर दो पहिया वाहन चालक इसमें गिर जाते हैं।
बेघरों ने बस स्टॉप को बनाया घर
बारिश के पानी से बचने के लिए बेघर लोगों ने भोपाल में बस स्टॉप को ही अपना घर बना लिया। रायसेन रोड पर बने बस स्टॉप में यही नजारा दिखाई दिया। ऐसा ही डीआरएम तिराहे के पास बने स्टॉप का भी है। शहर के कई इलाकों में लोग बस स्टॉप को झुग्गी के रूप में उपयोग कर रहे हैं।
यह भी पढ़िए
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.