भोपाल में पांचवीं के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है। पेरेंट्स का कहना है कि बच्चा मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलने का आदी था। पेरेंट्स ने पुलिस को बताया कि मोबाइल के अलावा टीवी में भी वह गेम खेलता था। ऑनलाइन गेम का इतना शौकीन था कि उसने गेम फाइटर की ड्रेस भी खुद ही ऑनलाइन मंगाई थी।
जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य नगर बजरिया में रहने वाले योगेश ओझा ऑप्टिकल की दुकान चलाते हैं। उनका 11 साल का इकलौता बेटा सूर्यांश सेंट जेवियर स्कूल अवधपुरी में पांचवीं का स्टूडेंट था। बुधवार दोपहर वह चचेरे भाई आयुष (21) के साथ दूसरी मंजिल के कमरे में बैठकर टीवी में फिल्म देख रहा था। इसी बीच, आयुष किसी काम से नीचे आ गया। थोड़ी देर बाद योगेश के भाइयों के बच्चे तीसरी मंजिल की छत पर पहुंचे। जहां, बॉक्सिंग रिंग में रस्सी के फंदे पर सूर्यांश लटका मिला। उन्होंने तुरंत घर के सदस्यों को बताया। परिजन तुरंत ही उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने चेक करते ही उसे मृत घोषित कर दिया।
सूर्यांश के मोबाइल की जांच करेगी पुलिस
योगेश ने पुलिस को बताया कि वह मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलता था। इसके अलावा जब कभी टीवी देखता था, वह गेम वाले सीरियल ही देखता था। परिजन उसे गेम खेलने के लिए मना भी करते थे। वह गेम में अधिक समय बिताता था। पुलिस सूर्यांश के मोबाइल की भी जांच करेगी। जिससे यह पता चले कि कहीं उसे गेम में टारगेट तो नहीं दिया गया है। योगेश के तीन भाई हैं। सभी संयुक्त परिवार में रहते हैं।
पहले भी कर चुका है सुसाइड का प्रयास
पुलिस के मुताबिक करीब 3 महीने पहले भी सूर्यांश ने सुसाइड का प्रयास किया था। वह फांसी लगाने की तैयारी कर रहा था, इससे पहले मां पहुंच गई। उन्होंने उसे बचा लिया। इस पर मां ने उसे फटकार भी लगाई थी। पता चला है कि वह अधिकांश समय अपने दादा का ही मोबाइल लेता था।
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