भोपाल पुलिस ने सिलसिलेवार ठगी को अंजाम देने वाली 'गड्डी गैंग' के सात मेंबर्स को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने गैंग की मास्टरमाइंड महिला मीना को दिल्ली से पकड़कर लाई है। जबकि छह आरोपियों को हनुमानगंज पुलिस ने देवास से गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने करीब छह लाख रुपए कीमती जेवर बरामद किए हैं। जिन्हें आरोपियों ने महिलाओं से ठगे हैं। डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि गिरोह बिहार, इंदौर में कई वारदातों को अंजाम देकर भोपाल पहुंचा था। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। आरोपी रद्दी कागज को नोटों की गड्डी बताकर महिलाओं को लालच देकर ठगी करते हैं। गिरोह भोपाल में होटलों में रहकर वारदात को अंजाम देता है। अब तक आरोपियों ने 17 वारदातें कबूली हैं।
चार सगे भाई गिरफ्तार
डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि कालीचरण कैम्प ओखला मंडी थाना श्रीनिवासपुरी दिल्ली के रहने वाले लाल सोलंकी उर्फ भगवानदास (27) पुत्र पूरन सोलंकी, शिवा सोलंकी (21) पुत्र पूरण सोलंकी, संजू सोलंकी (23) पुत्र पूरण सोलंकी, राहुल उर्फ रोहित (19) पुत्र पूरण सोलंकी, शाबदा गोबरा जेजे कालोनी थाना कणजावला दिल्ली के रहने वाले देबू सोलंकी (21) पुत्र रूपलाल सोलंकी और टोनिका सिटी गिरजा घर के पीछे रहने वाले गोपाल परमार (22) पुत्र सेवाराम परमार को गिरफ्तार किया गया है। लाल सोलंकी, शिवा, संजू, राहुल सगे भाई हैं। इधर, क्राइम ब्रांच डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि सुल्तानपुरी दिल्ली निवासी गिरोह की मास्टरमाइंड मीना को क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से पकड़ा है। उसका पति, लड़का फरार है।
गैंग में पुरुष-महिला, बच्चे शामिल
गैंग में पुरुष, महिला, बच्चे शामिल हैं। कई बार गिरोह बुजुर्ग महिलाओं को शामिल करते हैं, ताकि किसी को शक न हो। गिरोह के सदस्य राह चलती महिलाओं को रोकते हैं और फिर उनसे बैंक, बाजार आदि का पता पूछते हैं। इसी बहाने उन्हें अपनी बातों में फंसा लेते हैं। फिर नोटों की गड्डी दिखाकर कहते हैं कि उनके पास इतना पैसा है। वह बैंक से लेकर आए हैं। उन्हें डर है कि रुपए को कोई छीन सकता है। ऐसे में आप (पीड़ित शिकार) गड्डी लेकर अपने गहने, मोबाइल आदि दें तो उनकी मदद हो जाएगी। ऐसे में नोटों की गड्डी देखकर महिलाएं झांसे में आ जाती हैं और गिरोह की बात को मानने के लिए तैयार हो जाती हैं। इसके बाद गिरोह पीड़ित को नोटों की गड्डी थमा देते हैं। पीड़ित को नोटों की गड्डी थमाते ही गिरोह मौके से रफूचक्कर हो जाता है।
बुजुर्ग महिलाएं आसान शिकार
गड्डी गैंग के निशाने पर ज्यादातर महिलाएं होती हैं। इनमें अधेड़ और बुजुर्ग महिलाएं इनका आसान शिकार होती हैं। गिरोह की सक्रियता भीड़ भरे बाजारों में ज्यादा देखी जा रही है। वह वृद्ध महिलाओं को आसानी से निशाना बना रहे हैं। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया कि गिरोह शहर से बाहर का है। वह वारदात के बाद ठिकाना भी बदल सकता है।
नोट बताकर रूमाल में बंधे रद्दी कागज थमा देते हैं
गैंग के बदमाश नोटों की जिस गड्डी को दिखाते हैं, उसके ऊपर असली नोट होते हैं, लेकिन बीच में केवल नोट के आकार के कागज होते हैं। ऐसे में एक बार देखने पर पूरी गड्डी असली नोटों की लगती है, जिसे देखकर लालच में आईं महिलाएं फंस जाती हैं। हनुमानगंज इलाके में सरजू बाई को दी गई गड्डी में एक भी असली नोट नहीं निकला।
इन वारदातों को दिया अंजाम
वारदात-1: प्रेम नगर छोला मंदिर की रहने वाली सरजू बाई साहू (70) पति बृजलाल साहू जुमेराती में सुपारी काटने का काम करती हैं। गुरुवार सुबह 11:30 बजे दुकान पहुंची तो दुकान बंद थी। महिला इंतजार करने के लिए वहीं बैठ गई तभी दो लड़के उनके पास आए, बोले-हमारे पास रुमाल के अंदर चार लाख रुपए रखे हैं। आप अपना सोने का मंगलसूत्र, कान के टाप्स व पायल हमें दे दो और चार लाख रुपए ले लो। महिला उनकी बातों में आ गई और सारे जेवर उतारकर दे दिए और दोनों लड़के रुमाल में लिपटे पैसे महिला को देकर चले गए। जब महिला ने रुमाल खोलकर देखा तो उसमें नोट के आकार में कटे हुए कागज रखे हुए थे।
वारदात: 2: टीटीनगर में रिटायर्ड डॉक्टर को ठगा
एएसआई राजेन्द्र मिश्रा ने बताया ईश्वरीय देवनानी (80) पति स्वर्गीय राम एस देवनानी अंजली अपार्टमेंट, तुलसी नगर में रहती हैं। महिला रिटायर्ड डॉक्टर हैं। मंगलवार को सामान खरीदने मार्केट गई थी। महिला मालवीय नगर स्टैंड के पास खड़ी थीं, तभी एक 14 साल का बच्चा मिला। उसने कहा कि भूख लगी है, कुछ पैसा दे दो। थोड़ी देर बाद बताया कि वह डिलीवरी बॉय है, उसे पैसे से भरा एक पैकेट मिला है। जब उसे खोला तो उसमें 500-500 के नोट दिख रहे थे। बच्चे ने महिला से कहा कि मुझे डर लग रहा है, इस पैसे को आप रख लो और मुझे गारंटी के तौर पर अपने जेवर दे दो। तभी वहां एक महिला और पुरुष आ गए और कहने लगे ये पैसे हमें दे दो हमसे जेवर ले लो। महिला तीनों की बात में आ गई और अपने जेवर दे दिया। घर जाकर देखा तो 500 की नोट असली और नीचे कागज का कट्टा निकला था। बाकी नोट के आकार का कागज है।
वारदात-3: दो महिलाओं से ठगी
एसआई जे.एस परमार ने बताया हाउसिंग बोर्ड कोहेफिजा की रहने वाली निर्मला पहलाजानी (73) पति स्वर्गीय गोपीचंद्र हमीदिया अस्पताल सोमवार को दवाई लेने गई थी। दवाई लेकर महिला दोपहर करीब 12:30 बजे हमीदिया गेट पर ओवीडी कार्यालय के पास खड़े होकर अपने परिचित को कॉल कर रही थी। इस दौरान एक 14 साल का लड़का आया बोला मुझे उज्जैन जाना है, मेरे पास पैसा नहीं है, मेरी मदद कर दो। महिला लड़के की परेशानी सुन ही रही थी कि तब तक वहां पर एक अज्ञात आदमी-औरत आ गए और सब बातचीत करने लगे। इस दौरान वृद्ध महिला को बातों में उलझाकर दो सोने की अंगूठी, दो कंगन और एक सोने की चेन उतवाकर सफेद रूमाल में बांध कर रख लिया। इस पर महिला ने कहा मेरा सामान वापस करो तो उन्होंने जेवर से भरा रूमाल वापस कर दिया। जब घर से कोई परिचित नहीं आया तो महिला ऑटो में बैठकर घर जाने लगी और रास्ते में जेवर चेक किया तो वह नकली निकले।
वारदात-4: जेवर ठीक कराने आई महिला को बनाया निशाना
वहीं दूसरे मामले बैरागढ़ की रहने वाल गीता पथरीजा (50) पति जोगेन्द्र के घर में शादी है। इसके चलते कुछ जेवर ठीक करवाने सोमवार को करीब 2 बजे सर्राफा मार्केट आई थी। इस दौरान एक महिला-पुरुष मिले जिनके साथ एक 12 साल का बच्चा भी था। डॉक्टर बलाली के दवाखाने के पास उन्होंने साड़ी की दुकान का पता पूछा जिसे महिला ने बता दिया। इसके बाद कहा-बच्चे के पास बहुत पैसे हैं जो हमें नहीं दे रहा है। आप इसे अपना जेवर देकर पैसे ले लो फिर हम वापस दिलवा देंगे। इस पर महिला ने दो मंगल सूत्र और एक अंगूठी उतार कर दे दिया। जब महिला ने जेवर वापस मांगा तो रूमाल में लपेटकर वापस दे दिया। महिला के चेक करने पर नकली होने का पता चला। साथ ही बताया कि महिला कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रही है।
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