जीआरपी ने भोपाल रेलवे स्टेशन के पहले ट्रेनों में लूट करने वाले नाबालिगों के गैंग को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना नाबालिग है। वह अपने तीन दोस्तों को जोड़कर लूट-चोरी की गैंग बना ली थी। पुलिस ने इनके पास से चोरी, लूट के 10 मोबाइल, ढाई लाख रुपए कीमती सोने-चांदी के जेवर बरामद किए हैं। गैंग इससे पूर्व भी वारदात कर चुकी है। गैंग का इनपुट जीआरपी को लूट की शिकार महिला यात्री ने दी थी। महिला ने बताया था कि बच्चे उसका बैग छीनकर भागे हैं। तब से पुलिस बच्चों के इस गैंग की तलाश में जुटी थी।
थाना प्रभारी दिनेश कुमार चौहान ने बताया कि छोला मंदिर में रहने वाली रिंकी कुशवाहा 30 सितंबर 2021 को पातालकोट एक्स से यात्रा कर रही थीं। भोपाल रेलवे स्टेशन के पहले वह उतरने की तैयारी में गेट के पास आकर खड़ी हो गईं। ट्रेन स्टेशन के पहले आउटर में धीमी हुई। तभी मुंह में मास्क लगाए चार अज्ञात लड़के ट्रेन में चढ गए। इसके बाद रिंकी का पर्स छीनकर चलती ट्रेन से कूदकर भाग निकले। पर्स में चांदी की पायल, एक सोने की हाय, नगदी 3000 रुपए, एक मोबाइल रखा हुआ था। रिंकी ने पुलिस को बताया था कि पर्स लूटने वाले लड़के कम उम्र के थे। पुलिस तब से इस गैंग की तलाश में जुटी हुई थी। हालही पुलिस को पता लगा कि पूर्व में ट्रेलों में लूट करने वाला 17 वर्षीय किशोर जेल से रिहा हुआ है। पुलिस ने उसे मंगलवार को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। उसने बताया कि अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर वारदात करता है। एक दोस्त अजय किरार 18 साल का है। जबकि सभी 17 साल से कम उम्र के हैं।
2020 में बनाई गैंग
बाल अपचारी ने वर्ष 2020 में गैंग बनाई थी। तब यही चारों मिलकर ट्रेनों में वारदात करते थे। इन सभी के घर रेलवे पटरी के किनारे हैं। वारदात करने के बाद तुरंत ही घर में घुस जाते हैं। इसलिए वारदात के बाद पीछा करने के बाद भी नहीं मिलते। वह उन ट्रेनों को निशाना बनाते हैं, जो अमूमन आउटर में खड़ी होती हैं।
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