12वीं पास युवक तीन बार सेना भर्ती में शामिल हुआ। हर बार फिजिकल टेस्ट में सीने की माप के दौरान फेल हो गया। फिर उसने सेना की वर्दी पहनकर अग्निवीर बनने का सपना देख रहे बेरोजगारों को ठगना शुरू कर दिया। इस ठगी का पूरा हिसाब-किताब वह डायरी में लिखता था।
बेरोजगारी के चलते शादी नहीं हो रही थी तो पिता को कहा कि मेरी नौकरी लग गई, शादी करवा दो। इस फर्जी ऑफिसर को भोपाल के शाहजहानाबाद स्थित सुल्तानिया इंफेन्ट्री लाइन से रविवार को पकड़ा गया। सेना ने उसे पुलिस को सौंप दिया। आरोपी 10 नवंबर को ही पिता बना है।
पहले पढ़िए कैसे पकड़ में आया फर्जी अफसर
फर्जी आर्मी अफसर अंकुर राघव (24) रविवार को अनूप नाम के पीड़ित को सेना के बड़े अफसरों से मिलवाने का झांसा देकर कैंट एरिया में बाइक से गया था। शक होने पर सिक्योरिटी चैक पोस्ट पर उससे आईडी कार्ड मांगा गया। जांच में उसके फर्जी आर्मी अफसर होने का खुलासा हुआ। इसके बाद सेना के अफसरों ने उसे शाहजहांनाबाद पुलिस के हवाले कर दिया।
हेलमेट नहीं पहनने से पकड़ाया जालसाज
आर्मी में अनुशासन का खास ध्यान रखा जाता है। आरोपी अंकुर राघव रविवार को आर्मी एरिया शाहजहांनाबाद पहुंचा। चेक पोस्ट पर हेलमेट न होने की वजह आर्मी जवानों ने बाइक रोकी। इस पर वो रौब दिखाने लगा। संदेह होने पर जवानों ने सीनियर अफसरों को सूचना दी। पूछताछ करने पर जालसाज गुमराह करने कोशिश करने लगा। इस पर उससे ज्वाइनिंग लेटर और आईडी कार्ड मांगा गया। जो जांच में फर्जी पाया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अनूप को आर्मी एरिया घूमाने की बात कही। आर्मी इंटेलीजेंस और पुलिस को उसने पूछताछ में जो बताया पढ़िए उसी की जुबानी....
भरोसा जीतने हमेशा वर्दी पहने रहता था
फर्जी आर्मी अफसर अंकुर राघव ने बताया- मेरे पिता किसान है। 12वीं के बाद से सेना भर्ती में शामिल होने के लिए तैयारी करने लग गया। सीने की माप कम पड़ने के कारण तीन बार मुझे फिजिकल एग्जाम से बाहर कर दिया गया। बेरोजगारी की वजह से मेरी शादी भी नहीं हो रही थी। शादी करने के लिए पिता को बताया कि मेरा सेना में सिलेक्शन हो गया। पोस्टिंग भोपाल में मिली है। लॉकडाउन की वजह से मैं छुट्टी पर हूं।
सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवकों का पहले मैं भरोसा जीतता था। मैं उन लोगों से सेना का अफसर बनकर मिलता था। मेरे हावभाव और बातचीत वैसी ही रहती थी। मैं हमेशा सेना की वर्दी पहने रहता था।
पुलिस निकाल रही बैंक खातों की डिटेल्स
पुलिस फिलहाल आरोपी के बैंक खातों की डिटेल्स निकाल रही है, जिससे ये पता चल सके कि वो अभी तक कितनों लोगों से ठगी कर चुका है। इसके अलावा तलाशी के दौरान पुलिस को कमरे से एक डायरी भी मिली है, जिसमें वो अपने लेन-देन का हिसाब रखता था।
अग्निवीर भर्ती में युवक को ठगा, 3 लाख लिए
एसआई राघवेंद्र सिकरवार ने बताया कि उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला अंकुर राघव (24) पुत्र सुखबीर सिंह ने पिछले दिनों भोपाल में हुई अग्निवीर सेना भर्ती के दौरान एक युवक को ठगा था। उसने अनूप कुमार गौतम (20) पुत्र राकेश कुमार गौतम को 5 लाख रुपए में सेना में नौकरी दिलाने का वादा किया था। इसके लिए वह, अनूप से 3 लाख रुपए एडवांस ले चुका था। अनूप रचना नगर में रहता है। अनूप राजधानी के रचना नगर में रहता है, उसी के पड़ोस में अंकुर 2500 रुपए का कमरा लेकर रहता था।
सेना भर्ती में नहीं हुआ चयन… तो रुपए वापस मांगे
पुलिस के मुताबिक भोपाल में 27 अक्टूबर से 6 नवंबर तक चली अग्निवीर सेना भर्ती में अनूप का सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके चलते वो आरोपी अंकुर को दिए 3 लाख रुपए वापस मांग रहा था। जबकि आरोपी उसे बार-बार अग्निवीर सेना भर्ती में चयन होने का आश्वासन दे रहा था। अनूप का भरोसा जीतने के लिए फर्जी आर्मी अफसर अंकुर उसे सेना के बड़े अफसरों से मिलवाने के नाम पर शाहजहांनाबाद स्थित कैंट एरिया लेकर गया। जहां सिक्योरिटी चेक पोस्ट पर वह पकड़ा गया।
डायरी में रखता था ठगी के पैसों का हिसाब किताब
आरोपी अपने सारे लेन-देन का हिसाब अपनी डायरी में लिखता था। डायरी में अंजलि के इलाज का भी हिसाब किताब लिखा मिला। अंजलि के बारे में पूछने पर उसने बताया कि अंजलि उसकी पत्नी है जो कि बुलंदशहर में ही रहती है। अभी बीते 10 नवंबर को आरोपी जालसाज बेटे का बाप बना है।
आर्मी अफसर बता दहेज में 8 लाख रुपए लिए
जालसाज ने खुद को आर्मी अफसर बताकर दहेज में 8 लाख रुपए लिए थे। आरोपी के ससुर को ये बात तक नहीं पता थी कि उनका दामाद की पोस्टिंग कहां है। अगर कोई रिश्तेदार उसके पास आने की बात कहता तो आरोपी अपनी ड्यूटी कंट्री के बॉर्डर एरिया में लगे होने की बात कहकर उन्हें गुमराह कर देता था। वो कहता था वहां आम लोगों के आने पर प्रतिबंध है।
भोपाल-बुलंदशहर से खरीदी वर्दी, बैच, जूते
एसआई राघवेन्द्र सिकरवार ने बताया कि राघव शातिर जालसाज है। उसने भोपाल, बुलंदशहर से सेना की वर्दी, बैच, जूते समेत अन्य सामान खरीदा था। साथ ही बताया कि डायरी से लग रहा कि वह डेढ़-दो साल से ठगी कर रहा है। अब तक वह 10-15 लोगों को ठग चुका है। हालांकि अभी एक ही फरियादी पुलिस के पास पहुंचा है।
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अनूप के सपनों को देखकर बनाया शिकार
एसआई सिकरवार ने बताया कि जालसाज अंकुर रचना नगर में किराए के कमरे में रहता है। उसके बगल में अनूप रहता है। अनूप का सपना सेना में भर्ती होने का है। जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने उसे ठगी का शिकार बनाया। अनूप को बताया कि वह आर्मी में अफसर है और अग्निवीर सेना भर्ती में उसका सिलेक्शन करा देगा।
अब समझिए क्या है अग्निपथ योजना...
आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जवानों की भर्ती के लिए सरकार ने अग्निपथ योजना योजना शुरू की है। केंद्र सरकार ने 14 जून को इसे लॉन्च करते हुए घोषणा की थी कि इस साल अग्निपथ स्कीम के तहत 46 हजार 'अग्निवीरों' की भर्ती की जाएगी। सेना के लिए 40 हजार, एयरफोर्स और नेवी के लिए 3000-3000 भर्तियां होंगी। इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले जवानों की रैंक पहले से भर्ती सैनिकों से अलग होगी। ये 'अग्निवीर' कहलाएंगे। इस योजना के तहत हर साल करीब 40 से 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा।
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